Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2024 · 0 min read

..

..

1 Like · 30 Views

You may also like these posts

धृतराष्ट्र की आत्मा
धृतराष्ट्र की आत्मा
ओनिका सेतिया 'अनु '
धाम- धाम में ईश का,
धाम- धाम में ईश का,
sushil sarna
आज में जियो
आज में जियो
पूर्वार्थ
मुश्किल है जीवन का सफर
मुश्किल है जीवन का सफर
Chitra Bisht
खयालों ख्वाब पर कब्जा मुझे अच्छा नहीं लगता
खयालों ख्वाब पर कब्जा मुझे अच्छा नहीं लगता
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बहुत कठिन है पिता होना
बहुत कठिन है पिता होना
Mohan Pandey
लालच
लालच
Vishnu Prasad 'panchotiya'
रिश्ते
रिश्ते
Shashi Mahajan
मोर
मोर
विजय कुमार नामदेव
दुलहिन
दुलहिन
श्रीहर्ष आचार्य
गहराई
गहराई
Kanchan Advaita
"चाहत
Dr. Kishan tandon kranti
तस्वीर हो
तस्वीर हो
Meenakshi Bhatnagar
ତୁମ ର ହସ
ତୁମ ର ହସ
Otteri Selvakumar
दिल टूटेला छने छन कई बेर हो
दिल टूटेला छने छन कई बेर हो
आकाश महेशपुरी
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
Madhuyanka Raj
* प्यार की बातें *
* प्यार की बातें *
surenderpal vaidya
कविता - 'टमाटर की गाथा
कविता - 'टमाटर की गाथा"
Anand Sharma
आदिवासी होकर जीना सरल नहीं
आदिवासी होकर जीना सरल नहीं
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
पीठ पर लगे घाव पर, मरहम न लगाया मैंने।
पीठ पर लगे घाव पर, मरहम न लगाया मैंने।
श्याम सांवरा
आज भी अधूरा है
आज भी अधूरा है
Pratibha Pandey
Draupdi ka mann
Draupdi ka mann
bhumikasaxena17
हिन्दी ही दोस्तों
हिन्दी ही दोस्तों
SHAMA PARVEEN
SHER
SHER
*प्रणय*
- भूतकाल में जिसने मुझे ठुकराया वर्तमान में मेरी देख सफलता दौड़ी दौड़ी आ गई -
- भूतकाल में जिसने मुझे ठुकराया वर्तमान में मेरी देख सफलता दौड़ी दौड़ी आ गई -
bharat gehlot
काम,क्रोध,भोग आदि मोक्ष भी परमार्थ है
काम,क्रोध,भोग आदि मोक्ष भी परमार्थ है
AJAY AMITABH SUMAN
हजारों खिलजी
हजारों खिलजी
अमित कुमार
*मांसाहारी अर्थ है, बनना हिंसक क्रूर (कुंडलिया)*
*मांसाहारी अर्थ है, बनना हिंसक क्रूर (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
23/192. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/192. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
The magic of you
The magic of you
Deep Shikha
Loading...