खयालों ख्वाब पर कब्जा मुझे अच्छा नहीं लगता
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
लालच
Vishnu Prasad 'panchotiya'
दिल टूटेला छने छन कई बेर हो
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
आदिवासी होकर जीना सरल नहीं
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
पीठ पर लगे घाव पर, मरहम न लगाया मैंने।
- भूतकाल में जिसने मुझे ठुकराया वर्तमान में मेरी देख सफलता दौड़ी दौड़ी आ गई -
काम,क्रोध,भोग आदि मोक्ष भी परमार्थ है
*मांसाहारी अर्थ है, बनना हिंसक क्रूर (कुंडलिया)*
23/192. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*