Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Nov 2024 · 1 min read

शौक को अजीम ए सफर रखिए, बेखबर बनकर सब खबर रखिए; चाहे नजर हो

शौक को अजीम ए सफर रखिए, बेखबर बनकर सब खबर रखिए; चाहे नजर हो आसमानों पर, लेकिन पांव जमीन पर रखिए; कोई नशा हो टूट जाता है, कब तलक खुद को बेखबर रखिए;

जाने किस वक्त कूच करना हो, अपना सामान मुख्तसर रखिए।

बात है क्या यह कौन परखेगा, आप लहजे को पुर्रसर रखिए; और एक टक मुझको देखे जाती है, आप अपनी नजरों पर कुछ नजर रखिए;
जाने किस वक्त कूच करना हो, आप सामान मुख्तसर रखिए।

69 Views

You may also like these posts

"पुराने दिन"
Lohit Tamta
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
वो मुझे
वो मुझे "चिराग़" की ख़ैरात" दे रहा है
Dr Tabassum Jahan
Mahamana weds Sushasana
Mahamana weds Sushasana
Rj Anand Prajapati
मरने के बाद।
मरने के बाद।
Taj Mohammad
#वाल्मीकि_जयंती
#वाल्मीकि_जयंती
*प्रणय*
*मूलत: आध्यात्मिक व्यक्तित्व श्री जितेंद्र कमल आनंद जी*
*मूलत: आध्यात्मिक व्यक्तित्व श्री जितेंद्र कमल आनंद जी*
Ravi Prakash
अनारकली भी मिले और तख़्त भी,
अनारकली भी मिले और तख़्त भी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खुशी
खुशी
Jai Prakash Srivastav
एक अधूरी नज़्म
एक अधूरी नज़्म
Kanchan Advaita
तू मेरे इश्क की किताब का पहला पन्ना
तू मेरे इश्क की किताब का पहला पन्ना
Shweta Soni
कितनी उम्मीद है लोगों की हमसे,
कितनी उम्मीद है लोगों की हमसे,
Ajit Kumar "Karn"
जिम्मेदारियां बहुत हैं,
जिम्मेदारियां बहुत हैं,
पूर्वार्थ
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिस  से  पहचान मेरी  हो जाए
जिस से पहचान मेरी हो जाए
Dr fauzia Naseem shad
इश्क में तेरे
इश्क में तेरे
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
आर.एस. 'प्रीतम'
जिन्दगी में बरताव हर तरह से होगा, तुम अपने संस्कारों पर अड़े
जिन्दगी में बरताव हर तरह से होगा, तुम अपने संस्कारों पर अड़े
Lokesh Sharma
चांद कहानी
चांद कहानी
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
पहला प्यार नहीं बदला...!!
पहला प्यार नहीं बदला...!!
Ravi Betulwala
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
shabina. Naaz
विरह
विरह
Sonu sugandh
क्या कहूँ ?
क्या कहूँ ?
Niharika Verma
नारी
नारी
राकेश पाठक कठारा
रात……!
रात……!
Sangeeta Beniwal
कविता
कविता
Rambali Mishra
"कैफियत"
Dr. Kishan tandon kranti
पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई
पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई
Sandeep Thakur
संसार क्या देखें
संसार क्या देखें
surenderpal vaidya
उजला चमकता चेहरा
उजला चमकता चेहरा
Chitra Bisht
Loading...