Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Nov 2024 · 1 min read

कविता —- बहते जा

कहीं न फूल
कहीं न काँटें
एक तरल पवन सा बहते जा
आद्यन्त निरन्तर पथराही
गिरकर भी स्वयं सँभलते जा
मधुमय मधु
विष रस भी होगा
असीमाकृत प्रकृति है
स्वप्न अज्ञात
बन क्षीर अमर रस
जग तल पर
निज वॄत्त से स्नेह बरसते जा
लक्ष्यातुर कर
निज चित्त उर्मियाँ
निज लक्ष्य बिन्दु पर बढ़ते जा
स्मित सौरभ
भर नभ जग में
स्वछन्द सुमन सा खिलते जा
उस अलक्ष्य
अज्ञात का यह
राग भरा पर नि:स्वर है
चूम व्यथा बन
मृदुल शान्त पर
चाह संग आह भी सुनते जा
निज लक्ष्य यात्रा पूरित कर
अमृत बन मोम पिघलते जा
तुम भी जागो
न करो आत्म छल
दुनिया से यह कहते जा

Language: Hindi
1 Like · 51 Views
Books from Mahendra Narayan
View all

You may also like these posts

साथियों जीत का समंदर,
साथियों जीत का समंदर,
Sunil Maheshwari
सहती हुई नारी
सहती हुई नारी
Dr fauzia Naseem shad
आने दो कुँवार, खिलेगी सुनहरी धान
आने दो कुँवार, खिलेगी सुनहरी धान
Shreedhar
रोटी
रोटी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मसला
मसला
निकेश कुमार ठाकुर
जवानी
जवानी
Rahul Singh
मैं अपने दिल की रानी हूँ
मैं अपने दिल की रानी हूँ
Dr Archana Gupta
बे खुदी में सवाल करते हो
बे खुदी में सवाल करते हो
SHAMA PARVEEN
आज की शाम,
आज की शाम,
*प्रणय*
The Uncountable Stars
The Uncountable Stars
Buddha Prakash
कहते- कहते थक गए,
कहते- कहते थक गए,
sushil sarna
नारी जीवन
नारी जीवन
Aman Sinha
दस नंबर
दस नंबर
सोनू हंस
आइए जलते हैं
आइए जलते हैं
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
तेरे संग एक प्याला चाय की जुस्तजू रखता था
तेरे संग एक प्याला चाय की जुस्तजू रखता था
VINOD CHAUHAN
"कमल"
Dr. Kishan tandon kranti
भारत का कण–कण
भारत का कण–कण
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
अलाव की गर्माहट
अलाव की गर्माहट
Arvina
बरसात का मौसम तो लहराने का मौसम है,
बरसात का मौसम तो लहराने का मौसम है,
Neelofar Khan
*बहुत सुंदर इमारत है, मगर हमको न भाती है (हिंदी गजल)*
*बहुत सुंदर इमारत है, मगर हमको न भाती है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
तेरे चेहरे की मुस्कान है मेरी पहचान,
तेरे चेहरे की मुस्कान है मेरी पहचान,
Kanchan Alok Malu
सत्य समझ
सत्य समझ
Rajesh Kumar Kaurav
तू कहती रह, मैं सुनता रहूँगा।।
तू कहती रह, मैं सुनता रहूँगा।।
Rituraj shivem verma
जय माँ ब्रह्मचारिणी
जय माँ ब्रह्मचारिणी
©️ दामिनी नारायण सिंह
सबसे प्यारा सबसे न्यारा मेरा हिंदुस्तान
सबसे प्यारा सबसे न्यारा मेरा हिंदुस्तान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
किस क़दर
किस क़दर
हिमांशु Kulshrestha
3322.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3322.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
किसे सुनाऊं मैं,
किसे सुनाऊं मैं,
श्याम सांवरा
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
Loading...