sp 60 सेवा भी कीजिए/ चंद साल में
sp 60 सेवा भी कीजिए/ चंद साल में उब गए हैं
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सेवा भी कीजिए उसे जमकर खिलाइए
कमरे में खुशबू इत्र की जमकर उड़ाइये
सो जाए गहरी नींद में तो भोर में उठकर
जल्दी से अपने मियां को टकला बनाइए
होगा ना कभी आपको अब चांद का टेंशन
जब मन करे व्रत तोड़ दें और जम के खाइए
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चंद साल में उब गये हैं करते जनम जनम की बातें
हमने देखा उनको जमकर करवा चौथ मनाते
जो कहते किस्मत फूटी थी ऐसा साथी पाया
लेकिन अब क्या हो सकता है सोच-सोच पछताते
है मछली के इंतजार में बगुला भगत हमारा
और उसी के इंतजार में बीत गई बरसातें
दिखा रहा है खेल समय भी सबको वहीं पुराना
सच को हम स्वीकार चुके हैं तनिक नहीं घबराते
नियति चक्र है बहुत प्रभावी होगा जो लिखा है
बीत जाएंगे यह सब दिन भी रोते हंसते गाते
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डॉक्टर इंजीनियर
मनोज श्रीवास्तव
यह भी गायब वह भी गायब