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22 Oct 2024 · 1 min read

4739.*पूर्णिका*

4739.*पूर्णिका*
🌷 वक्त आ गया 🌷
2212
वक्त आ गया ।
सच भा गया ।।
मस्त जिंदगी ।
मन छा गया ।।
बढ़ते कदम ।
पथ आ गया ।।
देखौ थके।
पस्त खा गया ।।
खेदू जहाँ ।
अर्थ गा गया ।।
…..✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
22-10-2024मंगलवार

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