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रेवन्त राम सुथार
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13 Oct 2024 · 1 min read
नेह
नेह सगा सोई सगा, तन सगा न कोय।
मन मिल्लिया मांडुओं, भैला रहसी वोय।।
Language:
Hindi
Tag:
कविता
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