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27 Sep 2024 · 1 min read

इंसान को अपनी भाषा में रोना चाहिए, ताकि सामने वालों को हंसने

इंसान को अपनी भाषा में रोना चाहिए, ताकि सामने वालों को हंसने का मौका मुफ़्त में न मिले।

😊प्रणय प्रभात😊

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