एहसासों को अपने अल्फ़ाज़ देना ।
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
दोहा-प्रहार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भले हो ना हो नित दीदार तेरा...
कभी कभी ज़िंदगी में लिया गया छोटा निर्णय भी बाद के दिनों में
जुड़वा भाई ( शिक्षाप्रद कहानी )
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
हर एक अनुभव की तर्ज पर कोई उतरे तो....
Time and tide wait for none
कितने ही झूठ की बैसाखी बना लो,
*साला-साली मानिए ,सारे गुण की खान (हास्य कुंडलिया)*