Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2024 · 1 min read

दूरी

दूरी

तुम से कुछ दूरी भी बनी रहे,
दुवाओं में मांगने के लिए भी तो कुछ हो।❤️

1 Like · 62 Views

You may also like these posts

पढ़े साहित्य, रचें साहित्य
पढ़े साहित्य, रचें साहित्य
संजय कुमार संजू
कविता: मेरी अभिलाषा- उपवन बनना चाहता हूं।
कविता: मेरी अभिलाषा- उपवन बनना चाहता हूं।
Rajesh Kumar Arjun
𑒚𑒰𑒧-𑒚𑒰𑒧 𑒁𑒏𑒩𑓂𑒧𑒝𑓂𑒨𑒞𑒰 𑒏, 𑒯𑒰𑒙 𑒮𑒥 𑒪𑒰𑒑𑒪 𑒁𑒕𑒱 !
𑒚𑒰𑒧-𑒚𑒰𑒧 𑒁𑒏𑒩𑓂𑒧𑒝𑓂𑒨𑒞𑒰 𑒏, 𑒯𑒰𑒙 𑒮𑒥 𑒪𑒰𑒑𑒪 𑒁𑒕𑒱 !
DrLakshman Jha Parimal
मिल रही है
मिल रही है
विजय कुमार नामदेव
ज़िंदगी का दस्तूर
ज़िंदगी का दस्तूर
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
कर्ण छंद विधान सउदाहरण
कर्ण छंद विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
फिर सिमट कर बैठ गया हूं अपने में,
फिर सिमट कर बैठ गया हूं अपने में,
Smriti Singh
सुप्रभात
सुप्रभात
डॉक्टर रागिनी
" हल "
Dr. Kishan tandon kranti
स्वतंत्रता दिवस
स्वतंत्रता दिवस
Ayushi Verma
बड़े साहब : लघुकथा
बड़े साहब : लघुकथा
Dr. Mulla Adam Ali
सांसों से आईने पर क्या लिखते हो।
सांसों से आईने पर क्या लिखते हो।
Taj Mohammad
"" मामेकं शरणं व्रज ""
सुनीलानंद महंत
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
Shweta Soni
नफ़रत
नफ़रत
विजय कुमार अग्रवाल
मजदूर का दर्द (कोरोना काल)– संवेदना गीत
मजदूर का दर्द (कोरोना काल)– संवेदना गीत
Abhishek Soni
हर रोज वहीं सब किस्से हैं
हर रोज वहीं सब किस्से हैं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
ये जो नफरतों का बीज बो रहे हो
ये जो नफरतों का बीज बो रहे हो
Gouri tiwari
दीवार -
दीवार -
Karuna Bhalla
बहुत मुश्किल होता है
बहुत मुश्किल होता है
हिमांशु Kulshrestha
- तुम्हे गुनगुनाते है -
- तुम्हे गुनगुनाते है -
bharat gehlot
https://daga.place/
https://daga.place/
trangdaga
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय*
अगीत कविता : मै क्या हूँ??
अगीत कविता : मै क्या हूँ??
Sushila joshi
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
*बसंत*
*बसंत*
Shashank Mishra
❤️ मिलेंगे फिर किसी रोज सुबह-ए-गांव की गलियो में
❤️ मिलेंगे फिर किसी रोज सुबह-ए-गांव की गलियो में
शिव प्रताप लोधी
जून की कड़ी दुपहरी
जून की कड़ी दुपहरी
Awadhesh Singh
3613.💐 *पूर्णिका* 💐
3613.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सब कुछ लुटा दिया है तेरे एतबार में।
सब कुछ लुटा दिया है तेरे एतबार में।
Phool gufran
Loading...