इश्क़ लिखने पढ़ने में उलझ गया,
मैं रूठूं तो मनाना जानता है
समस्याओं के स्थान पर समाधान पर अधिक चिंतन होना चाहिए,क्योंकि
इश्क तो बेकिमती और बेरोजगार रहेगा,इस दिल के बाजार में, यूं ह
#वी वाँट हिंदी
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
मैं तो हमेशा बस मुस्कुरा के चलता हूॅ॑
जज्बे से मिली जीत की राह....
প্রতিদিন আমরা নতুন কিছু না কিছু শিখি
' क्या गीत पुराने गा सकती हूँ?'
भँवर में जब कभी भी सामना मझदार का होना
आज का इंसान खुद के दुख से नहीं
वक्त की कहानी भारतीय साहित्य में एक अमर कहानी है। यह कहानी प