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4 Sep 2024 · 1 min read

” मुफलिसी “

” मुफलिसी ”
जिन्दगी की दुकान में ये दर्द का इश्तहार है,
यहाँ सब कुछ मिलता है पर इंसां नहीं होता।

2 Likes · 2 Comments · 93 Views
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