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25 Aug 2024 · 1 min read

मुहब्बत में शायरी का होना तो लाज़मी है जनाब,

मुहब्बत में शायरी का होना तो लाज़मी है जनाब,
गर शायरी न होती तो वो लोग मुहब्बत कैसे करते

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

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