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22 Aug 2024 · 1 min read

ज़माना साथ होगा

ज़माना साथ होगा ग़र तुम हो कामयाब।
बेसहारा के तो ये पैरों तले रौंदता ख्वाब।

जिंदगी के सफ़र में , कड़ी धूप तो होगी
चांदनी के साए तले,मत बनना तुम नवाब

मेहनत ग़र तुम करोगे, मिलेगी सफलता
तभी ये जमाना कहेगा तुम्हें लाजवाब ।

अमीरी सारे ऐब ढक लेती है यहां पर
ग़रीबी से ज़माने में , हो खाना खराब।

मंजिल तक पहुंचने की नहीं राह आसान
बनना पड़ेगा तुम को खुद ही नायाब।

सुरिंदर कौर

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