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21 Aug 2024 · 1 min read

” पहचान “

” पहचान ”
आईना के सामने से गुजरना है मुझे,
अभी शिनाख्ती का अंजाम बाकी है।
जिन्दगी का सफ़र तो जारी है ‘किशन’,
अभी मंजिलों की पहचान बाकी है।

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