Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2024 · 1 min read

कौन सा जादू टोना करते बाबा जी।

ग़ज़ल

22222222222
कौन सा जादू टोना करते बाबा जी।
जनता को ठगते रहते ये बाबा जी।।

दिल के काले मैली करतूतों वाले,
सीधे सादे लगते प्यारे बाबा जी,

भोली भाली जनता को विश्वास हुआ,
सबकुछ आशीर्वाद में देंगे बाबा जी।

जब जब भक्तों पर कोई विपदा आई,
छोड़ के भक्तों को भी भागे बाबा जी।

जनता को है रोटी दाल नसीब नहीं,
दूध मलाई रबड़ी खाते बाबा जी।

अय्याशी व्यभिचार करेंगे ये तय है,
जेल में चक्की भी पीसेंगे बाबा जी।

उल्टे सीधे काम छोड़ ‘प्रेमी’ बनकर,
प्यार मुहब्बत कब बाटेंगे बाबा जी।

………✍️ सत्य कुमार प्रेमी

160 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सत्य कुमार प्रेमी
View all

You may also like these posts

उनके नैनन के वार झेलेनी
उनके नैनन के वार झेलेनी
आकाश महेशपुरी
यह आशामय दीप
यह आशामय दीप
Saraswati Bajpai
साँझ ढली पंछी चले,
साँझ ढली पंछी चले,
sushil sarna
विवेकवान मशीन
विवेकवान मशीन
Sandeep Pande
*जिन पे फूल समझकर मर जाया करते हैं* (*ग़ज़ल*)
*जिन पे फूल समझकर मर जाया करते हैं* (*ग़ज़ल*)
Dushyant Kumar Patel
एहसास
एहसास
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दिल में खिला ये जबसे मुहब्बत का फूल है
दिल में खिला ये जबसे मुहब्बत का फूल है
Dr Archana Gupta
बस तुम्हारे ही सपने संझोते रहे।
बस तुम्हारे ही सपने संझोते रहे।
Abhishek Soni
अजब-गजब
अजब-गजब
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
मेरी व्यग्रता मुझे ले डूबी
मेरी व्यग्रता मुझे ले डूबी
पूर्वार्थ देव
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
सुबह-सुबह की बात है
सुबह-सुबह की बात है
Neeraj Kumar Agarwal
Sumclub là cổng game bài đổi thưởng tin cậy, hợp pháp tại Vi
Sumclub là cổng game bài đổi thưởng tin cậy, hợp pháp tại Vi
Sumclub - Đẳng cấp game bài đổi thưởng
उनका बचपन
उनका बचपन
इंजी. संजय श्रीवास्तव
बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन काफ़िया - आना रदीफ़ - पड़ा
बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन काफ़िया - आना रदीफ़ - पड़ा
Neelam Sharma
घर के आंगन पेड़ न दीखा
घर के आंगन पेड़ न दीखा
Rita Singh
श्री राम
श्री राम
Rajesh Kumar Kaurav
अच्छे बच्चे
अच्छे बच्चे
विजय कुमार नामदेव
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
वक़्त की ऐहिमियत
वक़्त की ऐहिमियत
Nitesh Chauhan
Infatuation
Infatuation
Vedha Singh
****बारिश की बूंदें****
****बारिश की बूंदें****
Kavita Chouhan
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है।
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है।
Taj Mohammad
ग़जल ( 9)
ग़जल ( 9)
Mangu singh
खुला खत नारियों के नाम
खुला खत नारियों के नाम
Dr. Kishan tandon kranti
नव वर्ष मंगलमय हो।
नव वर्ष मंगलमय हो।
Dr.sima
विचार बड़े अनमोल
विचार बड़े अनमोल
Ritu Asooja
महाराणा संग्राम सिंह (राणा सागा)
महाराणा संग्राम सिंह (राणा सागा)
ललकार भारद्वाज
हमेशा याद रखना,
हमेशा याद रखना,
Ranjeet kumar patre
रणबंका राठौड़
रणबंका राठौड़
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
Loading...