हरतालिका तीज
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
खींचातानी कर रहे, सारे नेता लोग
हम सभी नक्षत्रों को मानते हैं।
यादें तुम्हारी... याद है हमें ..
सुनोगे तो बताएंगे (ग़ज़ल)
Train to improve not to impress
फिर क्यों मुझे🙇🤷 लालसा स्वर्ग की रहे?🙅🧘
*राम-अयोध्या-सरयू का जल, भारत की पहचान हैं (गीत)*
धन तो विष की बेल है, तन मिट्टी का ढेर ।
बिरखा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
"बैठे हैं महफ़िल में इसी आस में वो,
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
विरोध-रस की काव्य-कृति ‘वक्त के तेवर’ +रमेशराज