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8 Aug 2024 · 1 min read

कुदरत का करिश्मा है दरख्तों से खुशबू का महकना है ,,

कुदरत का करिश्मा है दरख्तों से खुशबू का महकना है ,,
खुशबूओ से खिंच आये नागों से सन्दल का लिपटना है ।
✍️नील रूहानी

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