बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
महामोदकारी छंद (क्रीड़ाचक्र छंद ) (18 वर्ण)
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
*ई-रिक्शा तो हो रही, नाहक ही बदनाम (पॉंच दोहे)*
तल्खियां
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
" महक संदली "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
गीत- मुझे तू छोड़ जाएगी...
किसी भी हाल में ये दिलक़शी नहीं होगी,,,,
Khata kar tu laakh magar.......
मैं जीना सकूंगा कभी उनके बिन
ये गजब की दुनिया है जीते जी आगे बढने नही देते और मरने के बाद
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सबूतों और गवाहों को अगर मद्द-ए-नज़र रखता