Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Aug 2024 · 1 min read

दिल पहले शीशा था,अब पत्थर बना लिया।

दिल पहले शीशा था,अब पत्थर बना लिया।
जब कोई न अपना,तो खुद को ही सिकन्दर बना लिया।
रहती खुद में मस्त,खुद को मस्त-कलन्दर बना लिया।

प्रिया प्रिंसेस पवाँर
स्वरचित,मौलिक

1 Like · 113 Views

You may also like these posts

🙅आज का मैच🙅
🙅आज का मैच🙅
*प्रणय*
रचना
रचना
Mukesh Kumar Rishi Verma
अनोखा बंधन...... एक सोच
अनोखा बंधन...... एक सोच
Neeraj Agarwal
पुरुष की वेदना और समाज की दोहरी मानसिकता
पुरुष की वेदना और समाज की दोहरी मानसिकता
पूर्वार्थ
Memories in brain
Memories in brain
Buddha Prakash
*नाम पैदा कर अपना*
*नाम पैदा कर अपना*
Shashank Mishra
चाह नहीं मुझे , बनकर मैं नेता - व्यंग्य
चाह नहीं मुझे , बनकर मैं नेता - व्यंग्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ये बेकरारी, बेखुदी
ये बेकरारी, बेखुदी
हिमांशु Kulshrestha
भावना का कलश खूब
भावना का कलश खूब
surenderpal vaidya
मौसम है मस्ताना, कह दूं।
मौसम है मस्ताना, कह दूं।
पंकज परिंदा
विघन मेटौ विनायकां, घट में करजौ वास।
विघन मेटौ विनायकां, घट में करजौ वास।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार
Mangu singh
मैं झुका नहीं मैं गिरा नहीं
मैं झुका नहीं मैं गिरा नहीं
VINOD CHAUHAN
जय हनुमान
जय हनुमान
Neha
- ख्वाबों की बारात -
- ख्वाबों की बारात -
bharat gehlot
हमसफ़र बन जाए
हमसफ़र बन जाए
Pratibha Pandey
सिलसिले
सिलसिले
Dr. Kishan tandon kranti
2509.पूर्णिका
2509.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
भूलभूलैया
भूलभूलैया
Padmaja Raghav Science
नहीं देखी सूरज की गर्मी
नहीं देखी सूरज की गर्मी
Sonam Puneet Dubey
अपने आमाल पे
अपने आमाल पे
Dr fauzia Naseem shad
बिन चाहे गले का हार क्यों बनना
बिन चाहे गले का हार क्यों बनना
Keshav kishor Kumar
सजा मेरे हिस्से की उनको बस इतनी ही देना मेरे मौला,
सजा मेरे हिस्से की उनको बस इतनी ही देना मेरे मौला,
Vishal babu (vishu)
महाराजा सूरजमल बलिदान दिवस
महाराजा सूरजमल बलिदान दिवस
Anop Bhambu
पिता पर गीत
पिता पर गीत
Dr Archana Gupta
कुंडलिया. . .
कुंडलिया. . .
sushil sarna
हाँ, ये आँखें अब तो सपनों में भी, सपनों से तौबा करती हैं।
हाँ, ये आँखें अब तो सपनों में भी, सपनों से तौबा करती हैं।
Manisha Manjari
जीवन में कुछ भी मुफ्त नहीं है, आपको हर चीज के लिए एक कीमत चु
जीवन में कुछ भी मुफ्त नहीं है, आपको हर चीज के लिए एक कीमत चु
ललकार भारद्वाज
कान्हा भक्ति गीत
कान्हा भक्ति गीत
Kanchan Khanna
मैं  रहूँ  या  ना रहूँ
मैं रहूँ या ना रहूँ
DrLakshman Jha Parimal
Loading...