Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Aug 2024 · 2 min read

बिहार के रूपेश को मिला माँ आशा देवी स्मृति सम्मान और मुंशी प्रेमचंद शिरोमणि सम्मान

सिवान बिहार के युवा साहित्यकार रूपेश कुमार को साहित्य के क्षेत्र मे विशेष उपलब्धि के लिए 25 जुलाई को लखनऊ में सादे समारोह मे “माँ आशा देवी स्मृति सम्मान- 2024” एव “मुंशी प्रेमचंद शिरोमणि सम्मान – 2023” से नवाजा गया । यह सम्मान प्रिंट मीडिया वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन यू.पी /निहारिका साहित्य मंच के तत्वावधान मे दिया गया। प्रिंट मीडिया वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन यूपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अब्दुल अजीज सिद्दिकी एव राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह निहारिका साहित्य मंच की संस्थापिका डॉ रीमा सिन्हा के कर कमलो द्वारा सम्मानित किया गया । इनकी चार एकल संग्रह विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक, शैक्षणिक विषयों पर आलेख प्रकाशित हो चुके है । वर्तमान मे रूपेश विज्ञान के शोध छात्र, शिक्षक एंव प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे है लेकिन साहित्य मे इनकी काफी रूचि है रूपेश को शिक्षा के क्षेत्र मे विशेष उपलब्धि के लिए हाल ही मे “राष्ट्रीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान-2024” से भी सम्मानित किया गया । इनकी साहित्यिक/शिक्षा मे अनेकों उपलब्धियों के कारण इनको देश ही नही विदेशों से भी अनेकों सम्मानों से यथा लखनऊ मे भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी सम्मान, दिल्ली मे कबीर कोहिनूर सम्मान, इंदौर मे अभ्युदय सम्मान इत्यादी सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है । रूपेश के संपादकीय मे भी चार साहित्यिक पुस्तकें आ चुकी है । रूपेश अद्भुत प्रतिभा के धनी है जिसके कारण इनकी रचनाओं को देश- विदेशों के पत्र-पत्रिकाओं में जगह मिल चुकी है । भौतिक विज्ञान का छात्र होते हुए भी साहित्य मे आपका विशेष स्थान है। इनके साथियो सहित समस्त परिवार के सदस्यों एवम गणमान्य व्यक्तियों ने बधाईयाँ प्रदान की |

Language: Hindi
169 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

जिन्दगी की हकीकत
जिन्दगी की हकीकत
dr rajmati Surana
अभिव्यक्ति
अभिव्यक्ति
लक्ष्मी सिंह
*हनुमान वीर को याद करो, जो गदा साथ ले चलते थे (राधेश्यामी छं
*हनुमान वीर को याद करो, जो गदा साथ ले चलते थे (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
हम कितने आँसू पीते हैं।
हम कितने आँसू पीते हैं।
Anil Mishra Prahari
जीवन सबका एक ही है
जीवन सबका एक ही है
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हम तो हैं इंसान के साथ
हम तो हैं इंसान के साथ
Shekhar Chandra Mitra
मजदूर का दर्द (कोरोना काल)– संवेदना गीत
मजदूर का दर्द (कोरोना काल)– संवेदना गीत
Abhishek Soni
कभी मैं सोचता था कि एक अच्छा इंसान बनना चाहिए तो दुनिया भी अ
कभी मैं सोचता था कि एक अच्छा इंसान बनना चाहिए तो दुनिया भी अ
Jitendra kumar
** देश रक्षक**
** देश रक्षक**
Dr. P.C. Bisen
नया साल नयी राहें , मुबारक सभी को
नया साल नयी राहें , मुबारक सभी को
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रजस्वला
रजस्वला
के. के. राजीव
भारत की गौरवशाली परंपरा का गुणगान लिखो।
भारत की गौरवशाली परंपरा का गुणगान लिखो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
** हूं रूख मरुधरा रो **
** हूं रूख मरुधरा रो **
भूरचन्द जयपाल
ज़िंदगी देख
ज़िंदगी देख
Dr fauzia Naseem shad
क्या हुआ जो मेरे दोस्त अब थकने लगे है
क्या हुआ जो मेरे दोस्त अब थकने लगे है
Sandeep Pande
4341.*पूर्णिका*
4341.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
* हो जाओ तैयार *
* हो जाओ तैयार *
surenderpal vaidya
"वक्त"के भी अजीब किस्से हैं
नेताम आर सी
हमारे जैसी दुनिया
हमारे जैसी दुनिया
Sangeeta Beniwal
Sometimes we feel not worthy enough.It seems everything is m
Sometimes we feel not worthy enough.It seems everything is m
पूर्वार्थ
चूड़ी
चूड़ी
अंकित आजाद गुप्ता
*
*"मजदूर"*
Shashi kala vyas
भोर में योग
भोर में योग
C S Santoshi
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मैं क्या हूं?
मैं क्या हूं?
Priya Maithil
आचार्य शुक्ल की कविता सम्बन्धी मान्यताएं
आचार्य शुक्ल की कविता सम्बन्धी मान्यताएं
कवि रमेशराज
"बस्तर की शान"
Dr. Kishan tandon kranti
सब्र रखो सच्च है क्या तुम जान जाओगे
सब्र रखो सच्च है क्या तुम जान जाओगे
VINOD CHAUHAN
किससे कहे दिल की बात को हम
किससे कहे दिल की बात को हम
gurudeenverma198
वेदना
वेदना
उमा झा
Loading...