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11 Jul 2024 · 1 min read

श्रंगार

हवाओं से हमने जो बहना सीख लिया।
खुशबुओं ने हमारा साथ निभा लिया।
दिल उड़ कर परियों के देश पंहुच गया।
अपने प्रियतम को लाखों में पहचान लिया।
विपिन

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