Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
*प्रणय*
72 Followers
Follow
Report this post
22 Aug 2024 · 1 min read
#बस_भी_करो_बादलों!
#बस_भी_करो_बादलों!
(अति सर्वत्र वर्जयेत)
Language:
Hindi
Tag:
प्रणय के शेर
Like
Share
1 Like
· 69 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
🙅सीधी-बात🙅
*प्रणय*
जो संघर्ष की राह पर चलते हैं, वही लोग इतिहास रचते हैं।।
Lokesh Sharma
वक्त ने जो दिए हैं मौके, कद्र कर लो,
पूर्वार्थ
" मनुष्य "
Dr. Kishan tandon kranti
ना जाने कैसी मोहब्बत कर बैठे है?
Kanchan Alok Malu
कबीरा यह मूर्दों का गांव
Shekhar Chandra Mitra
गोपियों का विरह– प्रेम गीत
Abhishek Soni
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ओ रावण की बहना
Baldev Chauhan
आखिर क्यों
Dr.Pratibha Prakash
खुद को इतना मजबूत बनाइए कि लोग आपसे प्यार करने के लिए मजबूर
ruby kumari
जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
अंसार एटवी
ग़ज़ल-कुछ नहीं आता !
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
फुटपाथ की ठंड
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
आर.एस. 'प्रीतम'
पुरुष हूँ मैं
singh kunwar sarvendra vikram
शब्दों के कारवाँ
Kshma Urmila
मेरी औकात
साहित्य गौरव
शायर कोई और...
के. के. राजीव
दोहा पंचक. . . . दिन चार
sushil sarna
मानसिक स्वास्थ्य
Mamta Rani
जादुई गज़लों का असर पड़ा है तेरी हसीं निगाहों पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
“क्योंकि हरेक पति की एक कहानी है ,
Neeraj kumar Soni
चले ससुराल पँहुचे हवालात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*तेरा इंतज़ार*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
आफत की बारिश
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
किसी दर्दमंद के घाव पर
Satish Srijan
याद आते हैं
Juhi Grover
Loading...