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10 Jul 2024 · 1 min read

श्रंगार

मुस्कुराहटों पर तुम्हारी दिल हो गया बेकरार।
आंखों की मस्तियों से जिया धड़के बारम्बार।
बल खाती कमर हृदय को स्पंदित कर रही बेहिसाब।
तुम हो मेरे दिल की मलिका कर रहीं हृदय पर राज।
विपिन

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