Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2024 · 1 min read

कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है

कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है
जिंदगी तू भी क्या कमाल है कमाल है……!!!
तारीफ़ तेरी क्या करूँ सब तेरा ही हुस्नऔजमाल है
जिंदगी तू भी क्या कमाल है कमाल है
कभी तू जवाब है कभी लाजवाब है
और कभी बनके खड़ी एक सवाल है
जिंदगी तू भी क्या कमाल है कमाल है
दुनिया के रंग उल्फत के संग सपनों के मायाजाल है
जिंदगी तू भी क्या कमाल है कमाल है
कहीं दोस्तों की दोस्ती कहीं दुश्मनों की
चाल है
जिंदगी तू भी क्या कमाल है कमाल है
कोई यहां खुश है हर हाल में और कोई सब कुछ होते हुए भी तंगहाल है
जिंदगी तू भी क्या कमाल है कमाल है

तुझे सत्रों शुक्र से जी ले …तो यही जीना तो जीना
बेमिसाल हैं …..
जिंदगी तू भी क्या कमाल है कमाल है………ShabinaZ

Language: Hindi
215 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from shabina. Naaz
View all

You may also like these posts

हम जीये यहाँ इस तरहां
हम जीये यहाँ इस तरहां
gurudeenverma198
अगर आप आदमी हैं तो / (नईकविता)
अगर आप आदमी हैं तो / (नईकविता)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
शिलालेख पर लिख दिए, हमने भी कुछ नाम।
शिलालेख पर लिख दिए, हमने भी कुछ नाम।
Suryakant Dwivedi
चोर साहूकार कोई नहीं
चोर साहूकार कोई नहीं
Dr. Rajeev Jain
एक प्रगतिशील कवि की धर्म चिंता / मुसाफिर बैठा
एक प्रगतिशील कवि की धर्म चिंता / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
!! खुशी !!
!! खुशी !!
जय लगन कुमार हैप्पी
"कितना कठिन प्रश्न है यह,
शेखर सिंह
श्री राम जी की हो रही
श्री राम जी की हो रही
Dr Archana Gupta
नेता
नेता
विशाल शुक्ल
चांद
चांद
Shekhar Chandra Mitra
हुई बात तो बात से,
हुई बात तो बात से,
sushil sarna
दुनिया बदल सकता है -
दुनिया बदल सकता है -
bharat gehlot
विश्वास करो
विश्वास करो
TARAN VERMA
*थर्मस (बाल कविता)*
*थर्मस (बाल कविता)*
Ravi Prakash
मामूली सुविधा
मामूली सुविधा
*प्रणय प्रभात*
सूखते ही ख़्याल की डाली ,
सूखते ही ख़्याल की डाली ,
Dr fauzia Naseem shad
एक खबर है गुमशुदा होने की,
एक खबर है गुमशुदा होने की,
Kanchan Alok Malu
समय
समय
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
गीतिका :- हमें सताने वाले
गीतिका :- हमें सताने वाले
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आजाद है सभी इस जहांँ में ,
आजाद है सभी इस जहांँ में ,
Yogendra Chaturvedi
त्योहारों का देश
त्योहारों का देश
surenderpal vaidya
"" *एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य* "" ( *वसुधैव कुटुंबकम्* )
सुनीलानंद महंत
इमारत बुनियाद और मलबा
इमारत बुनियाद और मलबा
Nitin Kulkarni
आ अब लौट चलें.....!
आ अब लौट चलें.....!
VEDANTA PATEL
नारी तू मानवता का आधार
नारी तू मानवता का आधार
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
नज़र चुरा के वो गुज़रा
नज़र चुरा के वो गुज़रा
Surinder blackpen
4676.*पूर्णिका*
4676.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल-क्या समझते हैं !
ग़ज़ल-क्या समझते हैं !
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
खेलों का महत्व
खेलों का महत्व
विक्रम सिंह
दर्पण
दर्पण
Sanjay Narayan
Loading...