Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2024 · 1 min read

सुन्दरता

सुंदरता (स्वर्णमुखी छंद/सानेट)

सुंदरता यदि पारदर्शिता।
मन को निर्मल होना होगा।
पापा वृत्ति को धोना होगा।
पारदर्शिता में सुन्दरता।

न्याय कभी पूर्वाग्रह मत हो।
सुन्दर मन का सावन होगा।
सरिता का जल पावन होगा।
गलत कृत्य का आग्रह मत हो।

अति सुन्दर लगता सच्चा मन।
भावों में भोले शंकर हों।
शुद्ध प्राण वायु मन्तर हो।
तभी दिखेगा प्रिय वृंदावन।

जब नैतिकता हो उत्कर्षित।
सुन्दरता होगी आकर्षित।।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

2 Likes · 46 Views

You may also like these posts

पुष्प की व्यथा
पुष्प की व्यथा
Shyam Sundar Subramanian
कौन कहता है कि लहजा कुछ नहीं होता...
कौन कहता है कि लहजा कुछ नहीं होता...
डॉ. दीपक बवेजा
जब जब हमको याद करोगे..!
जब जब हमको याद करोगे..!
पंकज परिंदा
हर आँसू में छिपा है, एक नया सबक जिंदगी का,
हर आँसू में छिपा है, एक नया सबक जिंदगी का,
Kanchan Alok Malu
पदावली
पदावली
seema sharma
भारत इकलौता ऐसा देश है जहां लड़के पहले इंजीनियर बन जाते है फ
भारत इकलौता ऐसा देश है जहां लड़के पहले इंजीनियर बन जाते है फ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
स
*प्रणय*
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
आखिर कब तक?
आखिर कब तक?
Pratibha Pandey
हम गुलामी मेरे रसूल की उम्र भर करेंगे।
हम गुलामी मेरे रसूल की उम्र भर करेंगे।
Phool gufran
वन्दे मातरम्
वन्दे मातरम्
Vandana Namdev
झुर्रियों तक इश्क़
झुर्रियों तक इश्क़
Surinder blackpen
बलात-कार!
बलात-कार!
अमित कुमार
Let's Fight
Let's Fight
Otteri Selvakumar
सपनों का राजकुमार
सपनों का राजकुमार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
* मुस्कुरा देना *
* मुस्कुरा देना *
surenderpal vaidya
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुम्हें संसार में लाने के लिए एक नारी को,
तुम्हें संसार में लाने के लिए एक नारी को,
शेखर सिंह
जी आजाद इस लोकतंत्र में
जी आजाद इस लोकतंत्र में
gurudeenverma198
रिश्ते और तहज़ीब
रिश्ते और तहज़ीब
पूर्वार्थ
जिंदगी का आखिरी सफर
जिंदगी का आखिरी सफर
ओनिका सेतिया 'अनु '
मीठे बोल
मीठे बोल
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*शून्य का शून्य मै वीलीन हो जाना ही सत है *
*शून्य का शून्य मै वीलीन हो जाना ही सत है *
Ritu Asooja
बाहरी चकाचौंध से उबकर
बाहरी चकाचौंध से उबकर
Ritesh Deo
कभी हमसे पुछिए
कभी हमसे पुछिए
Vivek saswat Shukla
"एहसानों के बोझ में कुछ यूं दबी है ज़िंदगी
गुमनाम 'बाबा'
" जंजीर "
Dr. Kishan tandon kranti
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
बनाया था आसियाना मैंने,
बनाया था आसियाना मैंने,
श्याम सांवरा
नवरात्रि - गीत
नवरात्रि - गीत
Neeraj Agarwal
Loading...