Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2024 · 1 min read

तुम्हारा नुकसान

तुमने जो मुझको दूर किया
वह नुक़सान तुम्हारा था
जिस दिल को चकनाचूर किया
वह मकान तुम्हारा था…
(१)
मुझे अपने लिए कोई ग़म नहीं
अफ़सोस है लेकिन तुम्हारे लिए
जान का तोहफ़ा लाने वाला
मैं मेहमान तुम्हारा था…
(२)
ख़ैर, मैं तो एक फ़नकार ठहरा
ज़हर को भी अमृत बना लूंगा
मेरे गीतों और नज़्मों को
अरमान तुम्हारा था…
(३)
चाहे जितनी देर लगे लेकिन
यह बात तुम समझोगी ज़रूर
मेरा प्यार कुदरत से मिला
वरदान तुम्हारा था…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#आशिक #शायर #प्रेमी #कवि
#प्रेमिका #टीस #कसक #पीड़ा
#वेदना #HeartBreak #Love

Language: Hindi
Tag: गीत
115 Views

You may also like these posts

उस दर पर कोई नई सी दस्तक हो मेरी,
उस दर पर कोई नई सी दस्तक हो मेरी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेटी
बेटी
anurag Azamgarh
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
Rj Anand Prajapati
प्यार के मायने बदल गयें हैं
प्यार के मायने बदल गयें हैं
SHAMA PARVEEN
21. Life
21. Life
Santosh Khanna (world record holder)
Every today has its tomorrow
Every today has its tomorrow
Dr Archana Gupta
ज़िंदगी का सफ़र
ज़िंदगी का सफ़र
Dr fauzia Naseem shad
फूल खुश्बू के हों वो चमन चाहिए
फूल खुश्बू के हों वो चमन चाहिए
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
*मेरी कविता की कहानी*
*मेरी कविता की कहानी*
Krishna Manshi
"तहजीब"
Dr. Kishan tandon kranti
धरती का बस एक कोना दे दो
धरती का बस एक कोना दे दो
Rani Singh
What is FAMILY?
What is FAMILY?
पूर्वार्थ
आकाश पढ़ा करते हैं
आकाश पढ़ा करते हैं
Deepesh Dwivedi
महामूर्ख वो, जो 50 ग्राम की एक बर्फी के 4 टुकड़े कर उसे 200 ग
महामूर्ख वो, जो 50 ग्राम की एक बर्फी के 4 टुकड़े कर उसे 200 ग
*प्रणय*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
राम आए हैं भाई रे
राम आए हैं भाई रे
Harinarayan Tanha
तिरंगा
तिरंगा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"गरीबी मिटती कब है, अलग हो जाने से"
राकेश चौरसिया
नैन सोम रस ग्लास
नैन सोम रस ग्लास
RAMESH SHARMA
*माटी कहे कुम्हार से*
*माटी कहे कुम्हार से*
Harminder Kaur
मै स्त्री कभी हारी नही
मै स्त्री कभी हारी नही
dr rajmati Surana
हर किसी को कहा मोहब्बत के गम नसीब होते हैं।
हर किसी को कहा मोहब्बत के गम नसीब होते हैं।
Phool gufran
5) दुआ
5) दुआ
नेहा शर्मा 'नेह'
4798.*पूर्णिका*
4798.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ਉਂਗਲੀਆਂ ਉਠਦੀਆਂ ਨੇ
ਉਂਗਲੀਆਂ ਉਠਦੀਆਂ ਨੇ
Surinder blackpen
आइए मेरे हृदय में
आइए मेरे हृदय में
indu parashar
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
Yogendra Chaturwedi
जीव सदा संसार में,
जीव सदा संसार में,
sushil sarna
वृक्षारोपण
वृक्षारोपण
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*सीधे-साधे लोगों का अब, कठिन गुजारा लगता है (हिंदी गजल)*
*सीधे-साधे लोगों का अब, कठिन गुजारा लगता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Loading...