Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jun 2024 · 1 min read

दुवाओं का असर इतना…

दुवाओं का असर इतना कि पत्थर भी गला देती।
किसी तालाब को विस्तार दे सागर बना देती।।

ग़रीबों को सहारा दो डुबाओ मत किनारा दो।
अगर इंसान हो छीनो नहीं सबको निवाला दो।
सही नीयत सभी सपने इनायत कर सजा देती।
किसी तालाब को विस्तार दे सागर बना देती।।

सजाए और का जीवन वही उस्ताद होता है।
किसी को शाद करता दिल वही आबाद होता है।
भलाई आपको जीवन सुघड़ पावन महा देती।
किसी तालाब को विस्तार दे सागर बना देती।।

करो सेवा असर देखो कदर हो तो चुनो इसको।
खिलेगी फूल जैसी ज़िंदगी दिल से बुनो इसको।
मुहब्बत रूह से सच में रुहानी हर अदा देती।
किसी तालाब को विस्तार दे सागर बना देती।।

आर.एस. ‘प्रीतम’

Language: Hindi
74 Views
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all

You may also like these posts

"सुनो एक सैर पर चलते है"
Lohit Tamta
अवधपुरी की पावन रज में मेरे राम समाएं
अवधपुरी की पावन रज में मेरे राम समाएं
Anamika Tiwari 'annpurna '
कृषक की उपज
कृषक की उपज
Praveen Sain
दूरियाँ जब बढ़ी, प्यार का भी एहसास बाकी है,
दूरियाँ जब बढ़ी, प्यार का भी एहसास बाकी है,
Rituraj shivem verma
हाँ, ये आँखें अब तो सपनों में भी, सपनों से तौबा करती हैं।
हाँ, ये आँखें अब तो सपनों में भी, सपनों से तौबा करती हैं।
Manisha Manjari
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश- 6🍁🍁
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश- 6🍁🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
காதலும்
காதலும்
Otteri Selvakumar
मेरा जन्मदिन आज
मेरा जन्मदिन आज
Sudhir srivastava
मोह माया का !
मोह माया का !
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
हाँ मैन मुर्ख हु
हाँ मैन मुर्ख हु
भरत कुमार सोलंकी
हो रही है भोर अनुपम देखिए।
हो रही है भोर अनुपम देखिए।
surenderpal vaidya
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
Zomclub mang đến một không gian giải trí cá cược đẳng cấp vớ
Zomclub mang đến một không gian giải trí cá cược đẳng cấp vớ
zomclubicu
यह कैसे रिश्ते ?
यह कैसे रिश्ते ?
Abasaheb Sarjerao Mhaske
शिलालेख पर लिख दिए, हमने भी कुछ नाम।
शिलालेख पर लिख दिए, हमने भी कुछ नाम।
Suryakant Dwivedi
गुलशन में भी बहारों का समां,
गुलशन में भी बहारों का समां,
श्याम सांवरा
दोस्ती के नाम.....
दोस्ती के नाम.....
Naushaba Suriya
मज़ा आता है न तुमको बार-बार मुझे सताने में,
मज़ा आता है न तुमको बार-बार मुझे सताने में,
Jyoti Roshni
"वो जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
!! सोपान !!
!! सोपान !!
Chunnu Lal Gupta
*पाते किस्मत के धनी, जाड़ों वाली धूप (कुंडलिया)*
*पाते किस्मत के धनी, जाड़ों वाली धूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
स्वयं सुधरें तो जग सुधरेगा
स्वयं सुधरें तो जग सुधरेगा
भगवती पारीक 'मनु'
कवि को क्या लेना देना है !
कवि को क्या लेना देना है !
Ramswaroop Dinkar
भाईचारे का प्रतीक पर्व: लोहड़ी
भाईचारे का प्रतीक पर्व: लोहड़ी
कवि रमेशराज
..
..
*प्रणय*
प्रतीकात्मक संदेश
प्रतीकात्मक संदेश
Shyam Sundar Subramanian
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
Manoj Mahato
ऐसे इंसानों के जीवन की शाम नहीं होती “
ऐसे इंसानों के जीवन की शाम नहीं होती “
Indu Nandal
दीवारें चाहे जितनी बना लो घरों में या दिलों में
दीवारें चाहे जितनी बना लो घरों में या दिलों में
Dr. Mohit Gupta
3888.*पूर्णिका*
3888.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...