Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2024 · 1 min read

सागर की लहरों

सागर की लहरों

सागर की लहरों,
जरा रूको जरा ठहरो,
मेरे भीतर बुराई को मारो।
तुफानों से है तेरी यारी,
दुनिया कितनी सही कितनी बुरी,
कहां-कहां क्या क्या हो रहा,
थोड़ी देर देख तो जरा।
ये लहर आज मुझसे टकराई,
तो मेरे दोष को मैने जाना,
अब से मेरी हर कोशिश होगी,
शांति से मिठी नदियों सा बहुँ।
ये मेरी गुजारिश इसे स्वीकारो,
सारी दुनिया का दुष्कर्म मारो,
ये सागर की लहरों
जरा रूको जरा ठहरो,
सबके भीतर बुराई मारो।

स्वरचित – कृष्णा वाघमारे, जालना, महाराष्ट्र.

141 Views
Books from krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
View all

You may also like these posts

मैं नहीं तो कौन
मैं नहीं तो कौन
Rekha khichi
परिचय
परिचय
Rambali Mishra
आदित्य निसर्ग
आदित्य निसर्ग
सुरेश ठकरेले "हीरा तनुज"
तारीख बदली मौसम बदले
तारीख बदली मौसम बदले
Acharya Shilak Ram
My thoughts if glances..!!
My thoughts if glances..!!
पूर्वार्थ
- दिल का दर्द मेरे में किसको सुनाऊ -
- दिल का दर्द मेरे में किसको सुनाऊ -
bharat gehlot
" जुआ "
Dr. Kishan tandon kranti
मैं हर पल हर कड़ में खुशी ढूंढता हूं
मैं हर पल हर कड़ में खुशी ढूंढता हूं
Ranjeet kumar patre
कौशल्या माता
कौशल्या माता
Sudhir srivastava
*सागर में ही है सदा , आता भीषण ज्वार (कुंडलिया)*
*सागर में ही है सदा , आता भीषण ज्वार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
..                      पहले एक कमाता था नौ खाते थे
.. पहले एक कमाता था नौ खाते थे
Rituraj shivem verma
प्रेम
प्रेम
Acharya Rama Nand Mandal
कोई फ़र्क़ पड़ता नहीं है मुझे अब, कोई हमनवा हमनिवाला नहीं है।
कोई फ़र्क़ पड़ता नहीं है मुझे अब, कोई हमनवा हमनिवाला नहीं है।
*प्रणय*
"मुशाफिर हूं "
Pushpraj Anant
श्रद्धा से ही श्राद्ध
श्रद्धा से ही श्राद्ध
Rajesh Kumar Kaurav
महात्मा गांधी– नज़्म।
महात्मा गांधी– नज़्म।
Abhishek Soni
बेशक मैं उसका और मेरा वो कर्जदार था
बेशक मैं उसका और मेरा वो कर्जदार था
हरवंश हृदय
तौबा ! कैसा यह रिवाज
तौबा ! कैसा यह रिवाज
ओनिका सेतिया 'अनु '
मात
मात
लक्ष्मी सिंह
फितरत की कहानी
फितरत की कहानी
प्रदीप कुमार गुप्ता
दोहा त्रयी. . . शीत
दोहा त्रयी. . . शीत
sushil sarna
शिद्दतों  का  खुमार  है शायद
शिद्दतों का खुमार है शायद
Dr fauzia Naseem shad
मौन
मौन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रिटायरमेंट
रिटायरमेंट
Ayushi Verma
4072.💐 *पूर्णिका* 💐
4072.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Enchanting Bond
Enchanting Bond
Vedha Singh
8) वो मैं ही थी....
8) वो मैं ही थी....
नेहा शर्मा 'नेह'
कुछ रिश्ते कांटों की तरह होते हैं
कुछ रिश्ते कांटों की तरह होते हैं
Chitra Bisht
वो 'मां' कहलाती है
वो 'मां' कहलाती है
Shikha Mishra
*दुनियादारी की समझ*
*दुनियादारी की समझ*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Loading...