Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2024 · 1 min read

प्रेरणा

किसी के लिए प्रेरणा बना,
किसी को मार्ग प्रशस्त किया,
किसी के जीवन के अंधेरे में,
उजाले का संचार किया,
किसी की दुख की घड़ी में,
सुख की बौछार की,
कितने ही अनगिनत सपनों को,
एक नयी ऊँची उड़ान दी,
सपनों की जिंदगी में
अपनों की पहचान बना,
लाख परेशानी आये तुझे,
पर कभी हताश न मन बना।
प्रयासरत रहा सदा ये जीवन,
हौसलों का संसार मिला।
माना सफर था लम्बा,
पर बुलन्दी तक जाना था,
सपना जो संजोया था,
हर हाल में उसको पाना था।
जोश जज्बे से कुछ कर गुजरना था,
नाम तो एक दिन बनना ही था।
दिल से ठाना तो बन ही गया,
देखते ही देखते काफी लोग जुड़ गये,
जो उडाते थे मजाक उनके तोते उड़ गये।

Language: Hindi
85 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

आईना
आईना
Kanchan Advaita
बादलों की, ओ.. काली..! घटाएं सुनो।
बादलों की, ओ.. काली..! घटाएं सुनो।
पंकज परिंदा
पैसा है मेरा यार, कभी साथ न छोड़ा।
पैसा है मेरा यार, कभी साथ न छोड़ा।
Sanjay ' शून्य'
महिला खिलाड़ी
महिला खिलाड़ी
Indu Singh
स्मृतियों की पगडंडी पर
स्मृतियों की पगडंडी पर
Rashmi Sanjay
बाल कविता: चूहा
बाल कविता: चूहा
Rajesh Kumar Arjun
एक तरफा
एक तरफा
PRATIK JANGID
मासूम शैशव पुनीत रहे
मासूम शैशव पुनीत रहे
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
सितारों से सजी संवरी एक आशियाना खरीदा है,
सितारों से सजी संवरी एक आशियाना खरीदा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सो चुके जीव सभी
सो चुके जीव सभी
Chitra Bisht
दहेज बना अभिशाप
दहेज बना अभिशाप
C S Santoshi
मैंने प्रेम किया और प्रेम को जिया भी।
मैंने प्रेम किया और प्रेम को जिया भी।
लक्ष्मी सिंह
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
Buddha Prakash
*आठ माह की अद्वी प्यारी (बाल कविता)*
*आठ माह की अद्वी प्यारी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
🙅नुमाइंदा_मिसरों_के_साथ
🙅नुमाइंदा_मिसरों_के_साथ
*प्रणय प्रभात*
शीर्षक - बचपन
शीर्षक - बचपन
Ankit Kumar Panchal
Comedy Is Fading
Comedy Is Fading
राजेश 'ललित'
जिस दौलत के हेतु सब,किये पाप संगीन
जिस दौलत के हेतु सब,किये पाप संगीन
RAMESH SHARMA
निश्छल प्रेम
निश्छल प्रेम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
नेता
नेता
surenderpal vaidya
" जिन्दगी की गलियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
बर्षो बीते पर भी मन से,
बर्षो बीते पर भी मन से,
TAMANNA BILASPURI
माँ को दिवस नहीं महत्व चाहिए साहिब
माँ को दिवस नहीं महत्व चाहिए साहिब
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
गाल बजाना ठीक नही है
गाल बजाना ठीक नही है
Vijay kumar Pandey
- दिल झूम -झूम जाए -
- दिल झूम -झूम जाए -
bharat gehlot
कटु दोहे
कटु दोहे
Suryakant Dwivedi
खामोशी इबादत है ,सब्र है, आस है ,
खामोशी इबादत है ,सब्र है, आस है ,
Neelofar Khan
इसका मत
इसका मत
Otteri Selvakumar
'माँ'
'माँ'
Godambari Negi
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...