Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2024 · 1 min read

खौफ रहजन का रखे हो,…..

82…
1.5.24
Ramal musamman mahzuuf
faa’ilaatun faa’ilaatun faa’ilaatun faa’ilun
2122 2122 2122 212

खौफ रहजन का रखे हो, दर खुला भी रखते हो
पास जो मैं हूँ तभी ये हौसला भी रखते हो
#
सोच अपनो की ,है बीमारी ,तुझे खा जाएगी
आदमी दर आदमी खुद को जुदा भी रखते हो
#
गर सुनो पंचायते दुनिया जहाँ की बे सबब
तुम मुकम्मल कोशिशों में फासला भी रखते हो
#
क्यूं लिखा था सीने उसका नाम सोचा समझा सा
तोड़ने का रात दिन अब सिलसिला भी रखते हो
#
मुंसिफों तकरार कितनी अंदरूनी हो रहे
तुम चलन अपना अहम सा फैसला भी रखते हो
#
सुशील यादव
न्यू आदर्श नगर
जोन 1 स्ट्रीट 3 दुर्ग छत्तीसगढ़

47 Views

You may also like these posts

मां शैलपुत्री
मां शैलपुत्री
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सुस्त हवाओं की उदासी, दिल को भारी कर जाती है...
सुस्त हवाओं की उदासी, दिल को भारी कर जाती है...
Manisha Manjari
*रे इन्सा क्यों करता तकरार*
*रे इन्सा क्यों करता तकरार*
Dushyant Kumar
💐मैं हूँ तुम्हारी मन्नतों में💐
💐मैं हूँ तुम्हारी मन्नतों में💐
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दीवाली
दीवाली
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय*
राधा कृष्ण
राधा कृष्ण
रुपेश कुमार
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
काल चक्र कैसा आया यह, लोग दिखावा करते हैं
काल चक्र कैसा आया यह, लोग दिखावा करते हैं
पूर्वार्थ
बददुआ देना मेरा काम नहीं है,
बददुआ देना मेरा काम नहीं है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*उसकी फितरत ही दगा देने की थी।
*उसकी फितरत ही दगा देने की थी।
Ashwini sharma
2672.*पूर्णिका*
2672.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏💐
दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏💐
Monika Verma
कविता बस ऐसी होती है
कविता बस ऐसी होती है
आशा शैली
कहे साँझ की लालिमा ,
कहे साँझ की लालिमा ,
sushil sarna
मेरे वतन सूरज न निकला
मेरे वतन सूरज न निकला
Kavita Chouhan
नही तनिक भी झूठ
नही तनिक भी झूठ
RAMESH SHARMA
आने जाने का
आने जाने का
Dr fauzia Naseem shad
मित्रता क्या है?
मित्रता क्या है?
Vandna Thakur
"ढिठाई"
Dr. Kishan tandon kranti
इंसान अच्छा है या बुरा यह समाज के चार लोग नहीं बल्कि उसका सम
इंसान अच्छा है या बुरा यह समाज के चार लोग नहीं बल्कि उसका सम
Gouri tiwari
परेशान देख भी चुपचाप रह लेती है
परेशान देख भी चुपचाप रह लेती है
Keshav kishor Kumar
- दुनिया में मोहब्बत नही होती तो क्या होता
- दुनिया में मोहब्बत नही होती तो क्या होता
bharat gehlot
दोहा
दोहा
seema sharma
मैथिली
मैथिली
श्रीहर्ष आचार्य
"थोड़ी थोड़ी शायर सी"
©️ दामिनी नारायण सिंह
तुम्हारा मन दर्पण हो,वत्स
तुम्हारा मन दर्पण हो,वत्स
Arun Prasad
मोहब्बत
मोहब्बत
Phool gufran
मेरा शहर
मेरा शहर
विजय कुमार अग्रवाल
अवध स' आबू ने श्रीराम...
अवध स' आबू ने श्रीराम...
मनोज कर्ण
Loading...