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16 May 2024 · 1 min read

आम के छांव

आमा के छांव

आम के छांव
निक लागे मोर गांव

शीतल छांव
रोहन मोहन आव
जनउला खेलने
किसका है दांव?
आम के छांव……

हरियर हरियर पाना के
हरियर हरियर दाना
लाली लाली रहिथे
ओमा बताना?(माटाना)

आम के छांव ……

कच्चा मे खट्टा
पक्का में मीठ
काटे नी कटाए
बहुत ही ढीठ!
का चीज हे बताव?(चेर)
आम के छांव……

सरोता में काटे
घाम म सुखाए
सरसों मेथी मिर्च मसाला
सबों हा बरनी म धराए।
का चीज हे बताव??
( आम का आचार)

आम के छांव
निक लागे मोर गांव।२।

रचनाकार
संतोष कुमार मिरी
शिक्षक जिला दुर्ग

Language: Chhattisgarhi
Tag: Poem
2 Likes · 164 Views

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