Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2024 · 1 min read

राधे राधे बोल

राधे राधे बोल कर,अंदर ‌ के पट खोल।
अपने -अपने ही हृदय ,मिश्री को तो घोल।
वृन्दावन के धाम में,पावन है ये नाम-
राधा रानी जो जपे,नाम लगे अनमोल।
डी .एन. झा’दीपक’@दोहा मुक्तक

1 Like · 238 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

तू अपना सफ़र तय कर -कविता
तू अपना सफ़र तय कर -कविता
Dr Mukesh 'Aseemit'
घर मे बुजुर्गो की अहमियत
घर मे बुजुर्गो की अहमियत
Rituraj shivem verma
"दुनिया"
Dr. Kishan tandon kranti
मित्र धर्म और मैं / मुसाफिर बैठा
मित्र धर्म और मैं / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
3694.💐 *पूर्णिका* 💐
3694.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कर्ण की पराजय
कर्ण की पराजय
Shashi Mahajan
खुली तस्वीर को
खुली तस्वीर को
Arvind trivedi
*ठाकुरद्वारा मंदिर/पंडित मुनीश्वर दत्त मंदिर में दर्शनों का
*ठाकुरद्वारा मंदिर/पंडित मुनीश्वर दत्त मंदिर में दर्शनों का
Ravi Prakash
चांद , क्यों गुमसुम सा बैठा है।
चांद , क्यों गुमसुम सा बैठा है।
Radha Bablu mishra
आ लौट आ
आ लौट आ
Surinder blackpen
रिश्तों की डोर
रिश्तों की डोर
मनोज कर्ण
अंदर का चोर
अंदर का चोर
Shyam Sundar Subramanian
जातियों में बँटा हुआ देश
जातियों में बँटा हुआ देश
SURYA PRAKASH SHARMA
आसमां में चाँद छुपकर रो रहा है क्यूँ भला..?
आसमां में चाँद छुपकर रो रहा है क्यूँ भला..?
पंकज परिंदा
राम!
राम!
Acharya Rama Nand Mandal
क़िताबों में दफ़न है हसरत-ए-दिल के ख़्वाब मेरे,
क़िताबों में दफ़न है हसरत-ए-दिल के ख़्वाब मेरे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क्षणिका
क्षणिका
sushil sarna
*जख्मी मुस्कुराहटें*
*जख्मी मुस्कुराहटें*
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
कर शरारत इश्क़ में जादू चलाया आपने ।
कर शरारत इश्क़ में जादू चलाया आपने ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
ये दिल्ली की सर्दी, और तुम्हारी यादों की गर्मी—
ये दिल्ली की सर्दी, और तुम्हारी यादों की गर्मी—
Shreedhar
धर्म सवैया
धर्म सवैया
Neelam Sharma
आज  का  युग  बेईमान  है,
आज का युग बेईमान है,
Ajit Kumar "Karn"
वर्तमान से ज्यादा
वर्तमान से ज्यादा
पूर्वार्थ
प्यार की खोज में
प्यार की खोज में
Shutisha Rajput
आप हो
आप हो
sheema anmol
એકલા જીવું આજે અઘરું લાગે સે
એકલા જીવું આજે અઘરું લાગે સે
Iamalpu9492
आओ वृक्ष लगाओ जी..
आओ वृक्ष लगाओ जी..
Seema Garg
कैसे-कैसे दाँव छल ,रखे दिलों में पाल
कैसे-कैसे दाँव छल ,रखे दिलों में पाल
RAMESH SHARMA
- तुम मुझको क्या जानोगे -
- तुम मुझको क्या जानोगे -
bharat gehlot
■ कड़ा सवाल ■
■ कड़ा सवाल ■
*प्रणय प्रभात*
Loading...