Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2024 · 1 min read

ज़िंदगी के तजुर्बे खा गए बचपन मेरा,

ज़िंदगी के तजुर्बे खा गए बचपन मेरा,
अब शिकवा शिकायतें करूं भी मैं तो किससे करूं

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

162 Views

You may also like these posts

कोई मेरा दिल तोड़े, मुझे मंजूर है....
कोई मेरा दिल तोड़े, मुझे मंजूर है....
Aditya Prakash
कोहरे की घनी चादर तले, कुछ सपनों की गर्माहट है।
कोहरे की घनी चादर तले, कुछ सपनों की गर्माहट है।
Manisha Manjari
कोई चाहे कितना भी सुंदर क्यों न हो,
कोई चाहे कितना भी सुंदर क्यों न हो,
पूर्वार्थ
बेटियाँ
बेटियाँ
Dr Archana Gupta
जब तक हो तन में प्राण
जब तक हो तन में प्राण
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कोई-कोई
कोई-कोई
Ragini Kumari
हे कृष्ण कई युग बीत गए तुम्हारे अवतरण हुए
हे कृष्ण कई युग बीत गए तुम्हारे अवतरण हुए
Saraswati Bajpai
उर से तुमको दूंँ निर्वासन।
उर से तुमको दूंँ निर्वासन।
दीपक झा रुद्रा
प्रभु गुण कहे न जाएं तिहारे
प्रभु गुण कहे न जाएं तिहारे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ये तनहाई
ये तनहाई
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वैसे जीवन के अगले पल की कोई गारन्टी नही है
वैसे जीवन के अगले पल की कोई गारन्टी नही है
शेखर सिंह
आइए मोड़ें समय की धार को
आइए मोड़ें समय की धार को
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
मया के खजाना हावय ग
मया के खजाना हावय ग
डिजेन्द्र कुर्रे
" दो बैल "
Dr. Kishan tandon kranti
# उत्तर /गीता जयंती
# उत्तर /गीता जयंती
Rajesh Kumar Kaurav
योग ब्याम ,ध्यान कर लिए करे
योग ब्याम ,ध्यान कर लिए करे
goutam shaw
आँखे नम हो जाती माँ,
आँखे नम हो जाती माँ,
Sushil Pandey
टूटे तारों से कुछ मांगों या ना मांगों,
टूटे तारों से कुछ मांगों या ना मांगों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कविता -नैराश्य और मैं
कविता -नैराश्य और मैं
Dr Tabassum Jahan
अवसर आया है अभी, करें रक्त का दान
अवसर आया है अभी, करें रक्त का दान
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
🙅नया फ़ार्मूला🙅
🙅नया फ़ार्मूला🙅
*प्रणय*
खुद की एक पहचान बनाओ
खुद की एक पहचान बनाओ
Vandna Thakur
नारी
नारी
Rambali Mishra
एक संदेश
एक संदेश
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दर्द दिल का है बता नहीं सकते,
दर्द दिल का है बता नहीं सकते,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
*गाली जब होती शुरू, बहस समझिए बंद (कुंडलिया)*
*गाली जब होती शुरू, बहस समझिए बंद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
टूटे उम्मीद  तो  शिकायत कैसी
टूटे उम्मीद तो शिकायत कैसी
Dr fauzia Naseem shad
मुंबई फिर दहली
मुंबई फिर दहली
C S Santoshi
आत्मीयकरण-1 +रमेशराज
आत्मीयकरण-1 +रमेशराज
कवि रमेशराज
तब गाँव हमे अपनाता है
तब गाँव हमे अपनाता है
संजय कुमार संजू
Loading...