मुर्शिद क़दम-क़दम पर नये लोग मुन्तज़िर हैं हमारे मग़र,
मुर्शिद क़दम-क़दम पर नये लोग मुन्तज़िर हैं हमारे मग़र,
हम हैं कि एक ही शख़्स से दिल लगाए फिरते हैं
मुर्शिद क़दम-क़दम पर नये लोग मुन्तज़िर हैं हमारे मग़र,
हम हैं कि एक ही शख़्स से दिल लगाए फिरते हैं