Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Apr 2024 · 1 min read

“हैसियत”

“हैसियत”
जब-जब अपनी हैसियत पर
होने लगे गुमान,
बस एक चक्कर लगा लेना
हर शहर में है श्मशान।

3 Likes · 3 Comments · 140 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

प्रेम के नाम पर मर मिटने वालों की बातें सुनकर हंसी आता है, स
प्रेम के नाम पर मर मिटने वालों की बातें सुनकर हंसी आता है, स
पूर्वार्थ
समय
समय
नूरफातिमा खातून नूरी
"कामदा: जीवन की धारा" _____________.
Mukta Rashmi
विडम्बना और समझना
विडम्बना और समझना
Seema gupta,Alwar
प्रीति घनेरी
प्रीति घनेरी
Rambali Mishra
शुभांगी।
शुभांगी।
Acharya Rama Nand Mandal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
- तेरे बिन -
- तेरे बिन -
bharat gehlot
गैरो को कोई अपने बना कर तो देख ले
गैरो को कोई अपने बना कर तो देख ले
कृष्णकांत गुर्जर
****शिव शंकर****
****शिव शंकर****
Kavita Chouhan
"ग़ौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
लरजते हुए आंसुं
लरजते हुए आंसुं
कार्तिक नितिन शर्मा
मेरे एहसास
मेरे एहसास
Dr fauzia Naseem shad
मैं तुम्हें रामसेतु दिखाउंगा
मैं तुम्हें रामसेतु दिखाउंगा
Harinarayan Tanha
मेरी पुरानी कविता
मेरी पुरानी कविता
Surinder blackpen
सत्य वह है जो रचित है
सत्य वह है जो रचित है
रुचि शर्मा
बिना शर्त खुशी
बिना शर्त खुशी
Rohit yadav
ये कलयुग है ,साहब यहां कसम खाने
ये कलयुग है ,साहब यहां कसम खाने
Ranjeet kumar patre
तुम्हीं रस्ता तुम्हीं मंज़िल
तुम्हीं रस्ता तुम्हीं मंज़िल
Monika Arora
*मां*
*मां*
Dr. Priya Gupta
"Radiance of Purity"
Manisha Manjari
कितने हैं घुसपैठिए
कितने हैं घुसपैठिए
RAMESH SHARMA
खत ए ईश्क
खत ए ईश्क
Sonu sugandh
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
गंगा
गंगा
Madhuri mahakash
काव्य का आस्वादन
काव्य का आस्वादन
कवि रमेशराज
लाल बहादुर
लाल बहादुर
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी
प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी
प्रेमदास वसु सुरेखा
एक विचार पर हमेशा गौर कीजियेगा
एक विचार पर हमेशा गौर कीजियेगा
शेखर सिंह
Loading...