Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Apr 2024 · 6 min read

“तड़कता -फड़कता AMC CENTRE LUCKNOW का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम” (संस्मरण 1973)

डॉ लक्ष्मण झा परिमल

=================

उन दिनों मनोरंजन के साधन सिनेमा,नाटक,खेल,तमाशा,सर्कस और सांस्कृतिक कार्यक्रम ही होते थे! AMC CENTRE LUCKNOW एक ट्रेनिंग सेंटर था! यहाँ मिलिट्री ट्रेनिंग के साथ- साथ टेक्निकल ट्रेनिंग भी दी जाती है ! किसी खास अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होता था ! लोग बढ़ -चढ़कर हिस्सा लेते थे ! पूरे AMC CENTRE में एक ही महान पर्व AMC RAISING DAY हरेक वर्ष 3 अप्रैल को मनाया जाता था ! इसकी तैयारी मार्च की 1 पहली तारीक से प्रारंभ हो जाती थी ! पूरे एक महीने तक CEROMONIAL PARADE का अभ्यास NO 2 TT BN के पेरेड ग्राउंड में होता था ! इस पेरेड के कमांडर Lt Col Y॰P॰Sood हुआ करते थे और 2I/C Maj R॰L॰Bhagat॰ ! हरेक बटैलियन की अपनी- अपनी COMPANY पेरेड का अभ्यास करती थी ! 3 अप्रैल को CENTRE COMMANDAND Brig N॰Adi॰Sasaiyya को पेरेड की सलामी लेनी थी ! लगभग 5 किलोमीटर में फैला हुआ यह AMC CENTRE LUCKNOW था ! वैसे तो यह मिलिटरी छावनी सब दिन ही चमकता रहता था ! पर RAISING DAY के दिनों में स्वर्ग बन जाता था !

हरेक COMPANY से 6 रेक्रूट को चयन किया गया और एक कमांडर ! पूरे CENTRE में 12 COMPANIES , DEPOT COMPANY, RECORDS, HEADQUARTERS थे ! टोटल 105 कलाकारों को “तड़कता -फड़कता AMC CENTRE LUCKNOW का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम” के लिए मनोनीत किया गया !

E COMPANY से 1॰ लक्ष्मण झा (स्वयं) 2. सोबन सिंह साही 3. हुकुम सिंह बिष्ट 4. किरण कुमार बूच 5. राम चन्द्र सिंह और 6. प्रकट सिंह का चयन किया गया !

शाम के रोल कॉल में COMPANY HAVILDAR MAJOR भोपाल सिंह ने हमलोगों के नाम को पढ़कर सुनाया और आदेश दिया –

“ये छः के छः ड्रामेबाज़ दोपहर 3 बजे प्रत्येक दिन रविवार को छोडकर नजदीक F COMPANY के ग्राउंड में ड्रामा इन चार्ज को रिपोर्ट करेंगे! DISCIPLINE का ध्यान रहेगा! तुमलोग वहाँ PT ड्रेस में जाओगे ! वहाँ से लौटने पर मुझे रिपोर्ट करौगे !……….. कोई शक ?”

दरअसल अधिकांशतः कोई कलाकार नहीं थे ! पर गले पड़े ढ़ोल तो बजाना पड़ेगा ! इनमें से बहुतों की छटाई होगी !

हमलोग ठीक 3 बजे दोपहर में F COY के ग्राउंड में FALL IN हो गए ! सूबेदार प्रीतम सिंह ने रिपोर्ट ली और तमाम कलाकारों को संबोधन किया –

“ ड्रामा पार्टी ………साव….धान !….. ड्रामा पार्टी …….वि…….श्राम !!

आने वाले 3 अप्रैल को इसी F COY ग्राउंड में शाम 7 बजे से 11 बजे रात को “तड़कता -फड़कता AMC CENTRE LUCKNOW का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम” होगा ! इस सांस्कृतिक प्रोग्राम की जिम्मेबारी No 2 MILITARY TRAINING BN को मिला है ! हमारे CO Lt Col Tej Singh के निगरानी में यह आयोजन हो रहा है ! इस प्रोग्राम को देखने के लिए अनगिनत VVIP और उनके परिवार आएंगे ! इसे सफल बनाना हमलोगों का कर्तव्य है ! आज से इस ड्रामा पार्टी का इन- चार्ज तुम्हारे L/NAIK M॰N॰Roy हैं ! इन्हीं के देख रेख में आज से रिहर्सल होगा ! ……राय…! TAKE OVER !”

राय जी को भला कौन नहीं जानता था ? AMC CENTRE का पहलवान, अच्छा WEIGHT LIFTER, भारी भरकम शरीर पिछले 17 साल से यहीं पर रहे! भला इन्हें कौन नहीं जानता था ! अच्छे गायक ,बांसुरी वादक ,तबला बजाने में माहिर ,अभिनय के महारथी और कॉमेडी उनके अंग -अंग में समाया हुआ था ! फिलहाल ये No 2 TECHNICAL TRAINING BN में पोस्टेड थे ! बहुत सारी भाषाएँ ये जानते थे ! वैसे ये बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले थे !

F COY के सटे इंटर्मीडियट काडर हुआ करता था ! AMC के तमाम सैनिक सीनियर NCO बनने के लिए प्रशिक्षण लेने आते थे ! पर इन दिनों कोई काडर नहीं था ! इसलिए बहुत सी बेर्रिकें खाली पड़ी थीं ! ये बेरिक अंग्रेज़ो के जमाने से बनी थी ! यह विशाल लंबी -चौड़ी हाल होती है जहाँ 100 चारपाइयाँ लग सकती थीं ! ढालुनुमा खपड़े के छत्त होते थे ! एक बेरिक प्रर्याप्त थे रिहर्सल करने के लिए !

उसी बेरिक में सब प्रबंध किए गए थे ! ढ़ोलक,हारमोनिया ,तबला बांसुरी ,मृदंग इत्यादि सारे बटैलियनों के मंदिरों से मंगबाए गए थे ! ड्रम सेट ADM BN से मिल गए थे साथ साथ उनको बजाने वाले भी ! ऊँचे स्थान पर एक बड़ा स्टेज भी बनाया गया था ! हमलोगों का रिहर्सल 1 मार्च से ही शुरू हो गया ! स्टेज पर M N ROY खड़े होकर सबलोगों को संबोधित किया ,–

“ मैं जानता हूँ कि हमलोग कलाकार नहीं हैं ! पर एक जिम्मेबारी हमारे कंधों पर आ गयी है ! और पूरे लगन के साथ हमें अपना कर्तव्य को निभाना है ! दोपहर के बाद आपलोग फ्री हैं ! रिहर्सल कभी- कभी देर तक चलेगी ! आप लोगों की नाइट ड्यूटि माफ होगी ! कोई दिक्कत या परेशानी हो तो मुझे बताएँगे ! ………….अब आप जो कुछ भी जानते हैं वो एक- एक करके स्टेज पर आकार दिखाएँ ! HAV N/A DENIEL आप लोगों का नाम लिखेंगे !”

रिहर्सल चलता रहा प्रोग्राम बनते गये ! OPENNING SONG बने , विभिन्य प्रान्तों के लोक नृत्य बने ,प्रहसन बना ,व्यक्तिगत गाने ,कब्बाली बने ,कुछ जादू और कुछ अद्भुत प्रस्तुति रखीं गयीं ! M N ROY के दिग्दर्शन में सारा ताना- बाना बुना गया ! 7 मार्च को रिहर्सल देखने C॰O॰ Lt Col Tej Singh और Adjt Capt R॰ K॰ Singh आए और उनलोगों ने सारे प्रोग्राम को Okay कर दिया ! सब मिलाकर ये प्रोग्राम 2 घंटे का था जिसका ड्रेस रिहर्सल 1 अप्रैल को आरिजिनल स्टेज पर होगा और फ़ाइनल 3 अप्रैल को ! Adjt Capt R॰ K॰ Singh इस प्रोग्राम के उद्घोषक बने थे! वैसे बहुत वर्षों तक ये ही उद्घोषक बने रहे ! उनकी उद्घोषणा की तारीफ सदा होती थी ! उनकी आवाज में जादू था !

हरेक काम हरेक COY हरेक BN और HQ को बाँट दिये गए थे ! लाँन टैनिस कोर्ट का आधा हिस्सा के बराबर दो मर्द ऊँचा चबूतरा खुले स्थान पर एक विशाल लम्बा-चौड़ा स्टेज बनना था ! इसकी जिम्मेबारी Maj R॰S॰Bisht को दी गई ! वे INTERMEDIATE CADRE के कंपनी कमांडर हुआ करते थे ! वे HOCKEY के महान खिलाड़ी बाबू के 0 डी सिंह बाबू के साथ हॉकि खेला करते थे ! एक दो दिनों के अंदर INTERMEDIATE CADRE की टोली भी आ गयी ! Maj R॰S॰Bisht ने हरेक विंग को यह काम सौंप दिया ! ट्रेनिंग के बाद 40 कैडेट ने इस काम को अंजाम दिया ! स्टेज के पीछे अंडर ग्राउंड सुरंग काफी लंबा -चौड़ा खोदा गया था ! उसके अंदर ही कलाकार सब तैयार होंगे और अपने -अपने समय पर स्टेज पर प्रदर्शन करके पुनः सुरंग में चले जायेंगे ! बाहर सिर्फ रात को प्रकाश में स्टेज को दर्शक देखेंगे और प्रोग्राम के बाद स्टेज अंधेरा हो जाएगा और दर्शकों के बीच उजाला ! स्टेज बनने में 20 दिन लगे !

M N Roy के निर्देशन में एक से एक बढ़कर सांस्कृतिक प्रोग्राम बनते चले गए ! मेरा एक प्रहसन में छोटा रोल था ! कोरस में पर्दे के पीछे से गाया ! ओपेनिंग सोंग में मैंने भाग लिया और नेपाली फोक नृत्य में भाग लिया ! सोबन सिंह साही और सरदार प्रकट सिंह मेरे ही E Coy और एक सेक्शन के थे ! ये दोनों के रूप मेकअप के बाद स्वर्ग की अप्सरा लगते थे ! इन दोनों को देख सारा AMC CENTRE स्तब्ध रह गया ! मार्च 25 तारीख के बाद स्टेज प्रैक्टिस होने लगी ! हमलोगों को हरेक भाषाओं के गीत ,संवाद और भंगिमा पूर्णत: याद हो गई थी ! फ़ाइनल रिहर्सल 1 अप्रैल को थी !

ओपेन स्टेज बना ! कलाकारों के लिए सुरंग बनाए गए ! दर्शकों के लिए विशाल पंडाल लगाए गए ! लाइट का इंतजाम किया गया ! जेनरेटर लगाए गए ! फ़ाइर ब्रिगड़े को तैनात किया गया ! जगह जगह सुरक्षा के लिए RP तैनात किए गए ! मध्यांतर में मनोरंजन के लिए ADM BN के बैंड पार्टी को समय दिया गया था! हरेक कोने में लेडिज और जैंट्स के लिए अलग- अलग टॉइलेट बनाए गए थे ! पार्किंग का भी बंदोबस्त था ! और पुरस्कार वितरण का भी अंतिम में प्रोग्राम रखा गया था !

3 अप्रैल 1973 का वह एतिहासिक दिन को भला कैसे हम भूल सकते हैं ? यह “तड़कता -फड़कता AMC CENTRE LUCKNOW का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम” ने मुझे जीवन में कुछ करने को सदैव प्रेरित करता रहा ! मैं जन्म जन्मांतर तक ARMY MEDICAL CORPS का ऋणी रहूँगा जिसने मुझे सबकुछ सिखाया !

======================

डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”

साउंड हेल्थ क्लिनिक

एस ० पी ० कॉलेज

दुमका

झारखण्ड

भारत

10.04.2024

Language: Hindi
109 Views

You may also like these posts

प्रेम जीवन में सार
प्रेम जीवन में सार
Dr.sima
3709.💐 *पूर्णिका* 💐
3709.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*
*"आशा"-दीप" जलेँ..!*
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
आशार
आशार
Bodhisatva kastooriya
हाथ पताका, अंबर छू लूँ।
हाथ पताका, अंबर छू लूँ।
संजय कुमार संजू
बात बढ़ाना ठीक नहीं
बात बढ़ाना ठीक नहीं
SATPAL CHAUHAN
हायकू
हायकू
Santosh Soni
#आलेख-
#आलेख-
*प्रणय*
शराब की दुकान(व्यंग्यात्मक)
शराब की दुकान(व्यंग्यात्मक)
उमा झा
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
फ्रेम  .....
फ्रेम .....
sushil sarna
ज़माने के ख़िलाफ़
ज़माने के ख़िलाफ़
Shekhar Chandra Mitra
अद्भुद भारत देश
अद्भुद भारत देश
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
तुम तो होना वहां
तुम तो होना वहां
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
हौसलों कि उड़ान
हौसलों कि उड़ान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ससुराल में साली का
ससुराल में साली का
Rituraj shivem verma
मेरी कलम से ✍️ अटूट सत्य : आत्मा की व्यथा
मेरी कलम से ✍️ अटूट सत्य : आत्मा की व्यथा
Sumita Mundhra
टूटकर बिखरना हमें नहीं आता,
टूटकर बिखरना हमें नहीं आता,
Sunil Maheshwari
मुक़म्मल तो नहीं कोई बड़ा नादान समझे जो
मुक़म्मल तो नहीं कोई बड़ा नादान समझे जो
आर.एस. 'प्रीतम'
मुड़े पन्नों वाली किताब
मुड़े पन्नों वाली किताब
Surinder blackpen
#संबंधों_की_उधड़ी_परतें, #उरतल_से_धिक्कार_रहीं !!
#संबंधों_की_उधड़ी_परतें, #उरतल_से_धिक्कार_रहीं !!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जयघोष
जयघोष
Vivek saswat Shukla
नई खिड़की
नई खिड़की
Saraswati Bajpai
राष्ट्र की अभिमान हिंदी
राष्ट्र की अभिमान हिंदी
navneet kamal
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
DrLakshman Jha Parimal
ओस
ओस
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
सब कुछ दिखावा लगता है
सब कुछ दिखावा लगता है
नूरफातिमा खातून नूरी
आत्मविश्वास
आत्मविश्वास
Dipak Kumar "Girja"
फूल
फूल
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
अरमान दिल में है
अरमान दिल में है
डॉ. दीपक बवेजा
Loading...