Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2024 · 1 min read

“कंचे का खेल”

“कंचे का खेल”
कंचे का खेल बड़े गजब के
दसियों साथ खेल जाते,
गाँव गली चौक चौराहों में
बच्चे खेलते दिख जाते।
भूले बिसरे बचपन लोगों को
अब भी याद आते,
खुशी डुग्गू आदि शुभ सब
सपनों में दिख जाते।

3 Likes · 4 Comments · 182 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

निरगुन
निरगुन
Shekhar Chandra Mitra
" क्यों? "
Dr. Kishan tandon kranti
जो मेरे लफ्ज़ न समझ पाए,
जो मेरे लफ्ज़ न समझ पाए,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
लाज़िम है
लाज़िम है
Priya Maithil
जीत का विधान
जीत का विधान
संतोष बरमैया जय
गीत- अगर दिल से लगे मनहर...
गीत- अगर दिल से लगे मनहर...
आर.एस. 'प्रीतम'
खेल
खेल
राकेश पाठक कठारा
क्या लिखूं ?
क्या लिखूं ?
Rachana
सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना,
सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना,
Shutisha Rajput
दूरियां मायने
दूरियां मायने
Dr fauzia Naseem shad
जिंदगी का फ़लसफ़ा
जिंदगी का फ़लसफ़ा
मनोज कर्ण
खुले आम जो देश को लूटते हैं।
खुले आम जो देश को लूटते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
एक महिला से तीन तरह के संबंध रखे जाते है - रिश्तेदार, खुद के
एक महिला से तीन तरह के संबंध रखे जाते है - रिश्तेदार, खुद के
Rj Anand Prajapati
आज का ज़माना ऐसा है...
आज का ज़माना ऐसा है...
Ajit Kumar "Karn"
कविता 10 🌸माँ की छवि 🌸
कविता 10 🌸माँ की छवि 🌸
Mahima shukla
ज़िंदगी यूँ तो बड़े आज़ार में है,
ज़िंदगी यूँ तो बड़े आज़ार में है,
Kalamkash
हे अजन्मा,तेरा कैसे जन्म होगा
हे अजन्मा,तेरा कैसे जन्म होगा
Keshav kishor Kumar
कभी-कभी ..
कभी-कभी ..
Madhuri mahakash
कोई भी इतना व्यस्त नहीं होता कि उसके पास वह सब करने के लिए प
कोई भी इतना व्यस्त नहीं होता कि उसके पास वह सब करने के लिए प
पूर्वार्थ
टूटे तारों से कुछ मांगों या ना मांगों,
टूटे तारों से कुछ मांगों या ना मांगों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेटी दिवस मनाने का लाभ तभी है ,
बेटी दिवस मनाने का लाभ तभी है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
तेरे कहने पे ही तुझसे किनारा कर लिया मैंने
तेरे कहने पे ही तुझसे किनारा कर लिया मैंने
Dr Archana Gupta
इक चाँद नज़र आया जब रात ने ली करवट
इक चाँद नज़र आया जब रात ने ली करवट
Sarfaraz Ahmed Aasee
"पनघट की गोरी"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
शीर्षक-आया जमाना नौकरी का
शीर्षक-आया जमाना नौकरी का
Vibha Jain
फितरत!
फितरत!
Priya princess panwar
// पिता एक महान नायक //
// पिता एक महान नायक //
Surya Barman
Jeevan ka saar
Jeevan ka saar
Tushar Jagawat
*मितव्ययी व्यक्ति सुख में रहता, साधारण जीवन जीता है (राधेश्य
*मितव्ययी व्यक्ति सुख में रहता, साधारण जीवन जीता है (राधेश्य
Ravi Prakash
Loading...