सच हमारे जीवन के नक्षत्र होते हैं।
सूख कर कौन यहां खास ,काँटा हुआ है...
"फेसबुक मित्रों की बेरुखी"
मिथिला -मैथिली: असमंजस स्थिति।
जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
इंसान का कोई दोष नही जो भी दोष है उसकी सोच का है वो अपने मन
खिड़की रोशनदान नदारद, (सरसी छंद )
#ਪੁਕਾਰ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
"हर राह पर खड़ा होगा तेरी हिफाजत करने वाला
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
हजार वेळां हारणौ पड़ै है
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
हर इंसान को भीतर से थोड़ा सा किसान होना चाहिए
इतने अच्छे मौसम में भी है कोई नाराज़,
गांधीजी की नीतियों के विरोधी थे ‘ सुभाष ’
*गाथा गाओ हिंद की, अपना प्यारा देश (कुंडलिया)*
***************गणेश-वंदन**************