कूड़े के ढेर में
आह, भूख, गरीबी, बेबसी और लाचारी,
कूड़े के ढेर में भी रिज़क़ तलाश लेती हैं।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
आह, भूख, गरीबी, बेबसी और लाचारी,
कूड़े के ढेर में भी रिज़क़ तलाश लेती हैं।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद