Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2024 · 1 min read

बात सीधी थी

बात सीधी थी
मगर वो समझे ही नहीं।
उसपे इल्जाम ये मुझपे
कि मुझे कहना नहीं आता!
***धीरजा शर्मा***

205 Views
Books from Dheerja Sharma
View all

You may also like these posts

हम जीवन के विपरीत चलते हैं इसीलिए हमें बस दुःख और निराशा का
हम जीवन के विपरीत चलते हैं इसीलिए हमें बस दुःख और निराशा का
Ravikesh Jha
हंसते हुए तेरे चेहरे ये बहुत ही खूबसूरत और अच्छे लगते है।
हंसते हुए तेरे चेहरे ये बहुत ही खूबसूरत और अच्छे लगते है।
Rj Anand Prajapati
प्रेम दोहे
प्रेम दोहे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
यूपी में कुछ पहले और दूसरे चरण में संतरो की हालात ओर खराब हो
यूपी में कुछ पहले और दूसरे चरण में संतरो की हालात ओर खराब हो
शेखर सिंह
चुप अगर रहें तो व्यवधान नहीं है।
चुप अगर रहें तो व्यवधान नहीं है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
पेंसिल बॉक्स
पेंसिल बॉक्स
Indu Nandal
मोहब्बत सच्ची है..
मोहब्बत सच्ची है..
पूर्वार्थ
याद तो करती होगी
याद तो करती होगी
Shubham Anand Manmeet
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
Ranjeet kumar patre
16 नारी
16 नारी
Lalni Bhardwaj
रिश्तों में दोस्त बनें
रिश्तों में दोस्त बनें
Sonam Puneet Dubey
हृदय द्वार (कविता)
हृदय द्वार (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते
छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते
VINOD CHAUHAN
कर दो वारे-न्यारे
कर दो वारे-न्यारे
संतोष बरमैया जय
4532.*पूर्णिका*
4532.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आज की शाम,
आज की शाम,
*प्रणय*
मैं ख़ाक से बना हूँ
मैं ख़ाक से बना हूँ
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बार-बार लिखा,
बार-बार लिखा,
Priya princess panwar
Nonveg-Love
Nonveg-Love
Ravi Betulwala
कर्म ही हमारे जीवन...... आईना
कर्म ही हमारे जीवन...... आईना
Neeraj Agarwal
*ताबीज बना रक्षक*(कहानी)
*ताबीज बना रक्षक*(कहानी)
Dushyant Kumar
इश्क बेहिसाब कीजिए
इश्क बेहिसाब कीजिए
साहित्य गौरव
कहने का मौका तो दिया था तुने मगर
कहने का मौका तो दिया था तुने मगर
Swami Ganganiya
**मन में चली  हैँ शीत हवाएँ**
**मन में चली हैँ शीत हवाएँ**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आदरणीय मंच,
आदरणीय मंच,
Mandar Gangal
हमारे ख्यालों पर
हमारे ख्यालों पर
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
5. इंद्रधनुष
5. इंद्रधनुष
Rajeev Dutta
मोहब्बत ऐसी होती है   .....
मोहब्बत ऐसी होती है .....
sushil sarna
"भूल जाते"
Dr. Kishan tandon kranti
*सब दल एक समान (हास्य दोहे)*
*सब दल एक समान (हास्य दोहे)*
Ravi Prakash
Loading...