Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2024 · 1 min read

3000.*पूर्णिका*

3000.*पूर्णिका*
🌷 यूं कभी न इंकार करो
212 122 22
यूं कभी न इंकार करो ।
ना कभी अहंकार करो ।।
बदलती यहाँ ये दुनिया।
खूब रोज तुम प्यार करो।।
पास देख रहती मंजिल ।
खुद जहाँ अलंकार करो ।।
जिंदगी सुहानी बनती ।
साज सजन सिंगार करो ।।
चालबाज कोई खेदू।
नेक दिल निराहार करो ।।
………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
11-02-2024रविवार

148 Views

You may also like these posts

* दिल बहुत उदास है *
* दिल बहुत उदास है *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
होशियार इंसान भी ,बन जाता मतिमंद
होशियार इंसान भी ,बन जाता मतिमंद
RAMESH SHARMA
चाय
चाय
Sangeeta Beniwal
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
शुभ को छोड़ लाभ पर
शुभ को छोड़ लाभ पर
Dr. Kishan tandon kranti
वोट डालने जाना है
वोट डालने जाना है
जगदीश शर्मा सहज
"शिक्षा वह बिंदु है जहाँ हम तय करते हैं कि हम दुनिया से इतना
पूर्वार्थ
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
कह रहा है आइना
कह रहा है आइना
Sudhir srivastava
"मेरा प्यार "
निकेश कुमार ठाकुर
*लव इज लाईफ*
*लव इज लाईफ*
Dushyant Kumar
3958.💐 *पूर्णिका* 💐
3958.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
लोग समझते हैं
लोग समझते हैं
VINOD CHAUHAN
शब्द बहुत शक्तिशाली होते है हालांकि शब्दो के दाँत नही होते ल
शब्द बहुत शक्तिशाली होते है हालांकि शब्दो के दाँत नही होते ल
Ashwini sharma
समझो साँसो में तेरी सिर्फ मैं हूँ बसाँ..!!
समझो साँसो में तेरी सिर्फ मैं हूँ बसाँ..!!
Ravi Betulwala
कामुक वहशी  आजकल,
कामुक वहशी आजकल,
sushil sarna
हिंदुत्व अभी तक सोया है
हिंदुत्व अभी तक सोया है
श्रीकृष्ण शुक्ल
स्वच्छता
स्वच्छता
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
कठिन समय आत्म विश्लेषण के लिए होता है,
कठिन समय आत्म विश्लेषण के लिए होता है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
आर.एस. 'प्रीतम'
सारे गिले-शिकवे भुलाकर...
सारे गिले-शिकवे भुलाकर...
Ajit Kumar "Karn"
अभिनव छंद
अभिनव छंद
Rambali Mishra
कितने एहसास हैं
कितने एहसास हैं
Dr fauzia Naseem shad
जैसे जैसे हम स्थिरता की ओर बढ़ने लगते हैं हम वैसे ही शांत हो
जैसे जैसे हम स्थिरता की ओर बढ़ने लगते हैं हम वैसे ही शांत हो
Ravikesh Jha
देश का वामपंथ
देश का वामपंथ
विजय कुमार अग्रवाल
नवम दिवस सिद्धिधात्री,
नवम दिवस सिद्धिधात्री,
Neelam Sharma
विशेषज्ञ अधिकारी
विशेषज्ञ अधिकारी
Khajan Singh Nain
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
aestheticwednessday
#ग़ज़ल/
#ग़ज़ल/
*प्रणय*
भ्रस्टाचार की लूट
भ्रस्टाचार की लूट
अमित कुमार
Loading...