Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2024 · 2 min read

विरह वेदना फूल तितली

ठाठ-बाट न बाट जोह तितली की फूल,
नतमस्तक, नमनिव्स्था गिरा धूल ।
कोई न खेला, फूल अकेला, भारी वेला, हुई भूल,
मजार उपवन, विल्पित सुमन, किस्तमत आघाती रूष्ट कूल।।

इजहार किया, इंकार किया, दर किनार किया,
चाहत चाहकर कह न सकी, दब्बुपन हाय मझदार।
न किनारा ठोर ठिकाना, सोचत तितली कर उपकार,
सुमन भी सोचै, हवा न ठण्डी, होगा कैसे परोपकार।।

मगर क्या जाने रेगिस्तान गर्म हवाएं यहाँ ठण्डी यान,
पवन पखारे, गर्मी मारे ,ठण्डप – मन्दप कच्छप चाल।
सर-सर लुए रूदन कर्नदन ,शीतल गीतल अनल चाल,
बाज, चीले कौएं, कुत्ते ,बत्तख ,बटेर ,सारस जलज बहाल।।

नदी- तीर नेवला ,मेढ़‌क, टर्र-टर्र करै गुजार ,
फूल मूल ,शूल न जल, तड़ाग नाद हिन पहाड़।
पिपासा नेवला उदण्डी कुद्‌दे, मेढ़क पर लगे दहाड़
मेढ़क रोवै रुद्धन मचावै, लेकिन नेवला रहा फाड़।।

हुस्न तप्स आख जूं लागै, निज पर फूल बहावै नीर,
नाग जहर ही उगलेगा, चाहे पिलावै जितना क्षीर।
भंवरा- तितली फूल-चहेता, लेकिन किसको किसकी पीड़,
नाश्वान,नासमझ, नादान, नागवार ,नाहक हदय रहे चीर।।

संशय, संकट, बंकट ढाढ़स रोवै कहै किस्मत का फेर,
फिजा खिजा अलग शाखाएं प्यार लेकिन फिर भी ढेर ।
काक -पिक, शंक- कंक, मादक साधक देर सवेर,
हृदय चीर निपट अभागा, दृग गोलक सवा सेर से सेर।।

चिकने चिट्टे, हट्‌टे कट्टे, फूल नहीं ये सट्टे -सट्टे,
माली- मालिन, चुन-चुन तौड़ै, चपला चंचला खट्टे -खट्टे।
ताड़त बांस काटे जु मारै, साधक फूल रहे रट्टे- रट्टे ,
चुन-2 चौरासी कलियाँ, फूल लखावै मुंह फट्टे- फट्टे ।।

मन शंशा, नैन न मिलन, विरह वेदना फूल तितली,
किर गिर फूल नाल बहावै, तितली सोचै रुदन मचावै।
जाहो जलाल रूए ज्वाल, कायल मायल रीझत आवै,
खिले कलियां भरे डलियां, मालिक ठण्डी हवा चलावै।।

फूल सौचे नर गिरा हूँ, गिरा बेबस, उठूं हुस्न से,
पंक डंक पर न जाऊ, विराजू साजू नृप मणी से।
देखत-तितली पीत पट धारै, बसंत बहार अणी-अणी,
तिनका मनका न उदण्डता, फूल करें प्यार शूल से।।
क्षीर- दूध
कायल – आदि
मायल – मोहित

सतपाल चौहान।

Language: Hindi
3 Likes · 707 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from SATPAL CHAUHAN
View all

You may also like these posts

घनाक्षरी
घनाक्षरी
surenderpal vaidya
Stories whose plots are often untouched and mysteries are un
Stories whose plots are often untouched and mysteries are un
Chaahat
खून से लिखल चिट्ठी
खून से लिखल चिट्ठी
Shekhar Chandra Mitra
अभी जो माहौल चल रहा है
अभी जो माहौल चल रहा है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
कुल मर्यादा
कुल मर्यादा
Rajesh Kumar Kaurav
हे युवा पीढ़ी सुनो
हे युवा पीढ़ी सुनो
Harinarayan Tanha
सजल
सजल
seema sharma
🙅ओनली पूछिंग🙅
🙅ओनली पूछिंग🙅
*प्रणय प्रभात*
तेरी यादें : आँखों में
तेरी यादें : आँखों में
DESH RAJ
दुल्हन
दुल्हन
शिवम "सहज"
संस्कारी बच्चा-   Beby तुम बस एक साल रह लो कुॅवांरी,
संस्कारी बच्चा- Beby तुम बस एक साल रह लो कुॅवांरी,
Shubham Pandey (S P)
जीने को ज़िन्दगी के हक़दार वही तो हैं
जीने को ज़िन्दगी के हक़दार वही तो हैं
Dr fauzia Naseem shad
ना समझ आया
ना समझ आया
Dinesh Kumar Gangwar
असहाय वेदना
असहाय वेदना
Shashi Mahajan
मेरे पास कुछ भी नहीं
मेरे पास कुछ भी नहीं
Jyoti Roshni
दिल ए बीमार और करोना
दिल ए बीमार और करोना
ओनिका सेतिया 'अनु '
फ़ानी है दौलतों की असलियत
फ़ानी है दौलतों की असलियत
Shreedhar
! विकसित भारत !!
! विकसित भारत !!
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
जब से मेरे सपने हुए पराए, दर्द शब्दों में ढलने लगे,
जब से मेरे सपने हुए पराए, दर्द शब्दों में ढलने लगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
“छोटा उस्ताद ” ( सैनिक संस्मरण )
“छोटा उस्ताद ” ( सैनिक संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
ज़िंदगी में अपना पराया
ज़िंदगी में अपना पराया
नेताम आर सी
*सीखें हिंदी गर्व से, इसमें बसता देश (कुंडलिया)*
*सीखें हिंदी गर्व से, इसमें बसता देश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बदरा को अब दोष ना देना, बड़ी देर से बारिश छाई है।
बदरा को अब दोष ना देना, बड़ी देर से बारिश छाई है।
Manisha Manjari
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
Kumar Kalhans
दिनचर्या
दिनचर्या
Santosh kumar Miri
"जल"
Dr. Kishan tandon kranti
मायूसियों से भरे चेहरे...!!!!
मायूसियों से भरे चेहरे...!!!!
Jyoti Khari
प्यारा मित्र
प्यारा मित्र
Rambali Mishra
क्यों खामोश हो जाते हो ?
क्यों खामोश हो जाते हो ?
Buddha Prakash
मेरे पास फ़ुरसत ही नहीं है.... नफरत करने की..
मेरे पास फ़ुरसत ही नहीं है.... नफरत करने की..
shabina. Naaz
Loading...