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27 Jan 2024 · 1 min read

मात्र नाम नहीं तुम

दिल का एहसास हो तुम
प्रीत सम्मिलित आस हो तुम
हृदय में बसे धड़कन की तरह
दिल के बहुत पास हो तुम
जिंदगी तुमसे, मात्र नाम नहीं तुम

समय का आभार हो तुम
जीवन का आकार हो तुम
प्रीत तुझसे लगी है श्याम
मुस्कान का आधार हो तुम

दिल का एहसास हो तुम
प्रीत सम्मिलित आस हो तुम

ममता रानी
दुमका,झारखंड

Tag: Poem
1 Like · 123 Views
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