Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Dec 2023 · 1 min read

हममें आ जायेंगी बंदिशे

#दिनांक:- 6/12/2023
#विषय- हममें आ जायेंगी बंदिशे

प्रेम की गहराई,
ना कर तू ऐसी रुसवाई,
आ…..आजा,
अथाह प्रेम के सागर में,
डूबकियाँ लगा ले प्रिये,
चकाचौंध भरी दुनिया में,
ना डगमगा प्रिये,
सोने का हिरन ना मांग,
मेरी सामर्थ्य को पहचान,
इश्क जैसा चाहिए,
उससे भी ज्पादा देने का रखती अरमान!
पर,,,,
अगर तू करती जायेगी,
नित नवीन फरमाइशें,
फिर हममें आ जायेगी बंदिशे,
अब के बिछड़े; फिर ना मिल पायेंगे,
सच्ची मुहब्बत को फिर,
मुकाम तक कैसे ले जायेंगे??
सागर से गागर आ भरते है प्रिये,
सबसे अलग इश्क करते है प्रिये,
ना जिस्मानी ना रूहानी,
बिन देखे, बिन बोले, प्राकाम्य प्रेम करते है प्रिये….|

रचना मौलिक,स्वरचित और सर्वाधिक सुरक्षित है|

प्रतिभा पाण्डेय “प्रति”
चेन्नई

Language: Hindi
1 Like · 199 Views

You may also like these posts

सच्चे होकर भी हम हारे हैं
सच्चे होकर भी हम हारे हैं
नूरफातिमा खातून नूरी
तन से अपने वसन घटाकर
तन से अपने वसन घटाकर
Suryakant Dwivedi
इश्क की अब तलक खुमारी है
इश्क की अब तलक खुमारी है
Dr Archana Gupta
ज़िंदगी को किस अंदाज़ में देखूॅं,
ज़िंदगी को किस अंदाज़ में देखूॅं,
Ajit Kumar "Karn"
गीत- तुम्हारा साथ दे हरपल...
गीत- तुम्हारा साथ दे हरपल...
आर.एस. 'प्रीतम'
आखिर क्यों मर्द बेचारे नहीं होते?
आखिर क्यों मर्द बेचारे नहीं होते?
Rekha khichi
मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी जाता है ...
मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी जाता है ...
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बेटी
बेटी
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
जड़ें
जड़ें
Dr. Kishan tandon kranti
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
अर्चना मुकेश मेहता
बावरे नैना
बावरे नैना
ललकार भारद्वाज
श्री राम भजन
श्री राम भजन
Khaimsingh Saini
4210💐 *पूर्णिका* 💐
4210💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मेरी खुशियों की दिवाली हो तुम।
मेरी खुशियों की दिवाली हो तुम।
Rj Anand Prajapati
दलीदर
दलीदर
आकाश महेशपुरी
" सर्कस सदाबहार "
Dr Meenu Poonia
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भैया  के माथे तिलक लगाने बहना आई दूर से
भैया के माथे तिलक लगाने बहना आई दूर से
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नाराज
नाराज
Rambali Mishra
उलझी हुई है जुल्फ
उलझी हुई है जुल्फ
SHAMA PARVEEN
विद्यार्थी को तनाव थका देता है पढ़ाई नही थकाती
विद्यार्थी को तनाव थका देता है पढ़ाई नही थकाती
पूर्वार्थ
तुम - हम और बाजार
तुम - हम और बाजार
Awadhesh Singh
'भारत के वीर'
'भारत के वीर'
Godambari Negi
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
Gulab
Gulab
Aisha mohan
"नंगे पाँव"
Pushpraj Anant
मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही।
मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही।
सत्य कुमार प्रेमी
लेखनी से आगे का स्त्रीवाद
लेखनी से आगे का स्त्रीवाद
Shweta Soni
यदि कोई देश अपनी किताबों में वो खुशबू पैदा कर दे  जिससे हर य
यदि कोई देश अपनी किताबों में वो खुशबू पैदा कर दे जिससे हर य
RAMESH Kumar
मत जलाओ तुम दुबारा रक्त की चिंगारिया।
मत जलाओ तुम दुबारा रक्त की चिंगारिया।
Sanjay ' शून्य'
Loading...