आप अपनी नज़र फेर ले ,मुझे गम नहीं ना मलाल है !
कंडक्टर सा हो गया, मेरा भी किरदार
आया दिन मतदान का, छोड़ो सारे काम
एक प्रगतिशील कवि की धर्म चिंता / मुसाफिर बैठा
हम सनातन वाले हैं
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
हमारे जीवन में हर एक रंग का महत्व है।
जगे युवा-उर तब ही बदले दुश्चिंतनमयरूप ह्रास का
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं।
कबीरा गर्व न कीजिये उंचा देखि आवास।
किसी भी काम में आपको मुश्किल तब लगती है जब आप किसी समस्या का
आप शिक्षकों को जिस तरह से अनुशासन सिखा और प्रचारित कर रहें ह
उसके गालों का तिल करता बड़ा कमाल -
मूर्ख व्यक्ति से ज्यादा, ज्ञानी धूर्त घातक होते हैं।