Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Dec 2023 · 1 min read

* इस धरा को *

** गीतिका **
~~
इस धरा को खूबसूरत हम बनाएं।
पुष्प भावों के सुगंधित सब खिलाएं।

प्रीति के शुभ गीत हों सबके अधर पर।
साथ मिलकर गान सुमधुर गुनगुनाएं।

मुश्किलों के हो कठिन पल सामने जब।
आपदाओं में सभी के काम आएं।

नाम रूकने का नहीं लेना कभी भी।
संग सबके स्नेह की गंगा बहाएं।

पोंछ डाले अश्रु हर दुखिया नयन के।
कटु समय की बात सारी भूल जाएं।

हो समय पर कार्य भी सम्पन्न सारे।
व्यर्थ के अवरोध आपस के हटाएं।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, मण्डी (हि.प्र.)

1 Like · 1 Comment · 196 Views
Books from surenderpal vaidya
View all

You may also like these posts

वह है हिंदी हमारी
वह है हिंदी हमारी
gurudeenverma198
दरार
दरार
D.N. Jha
विषय-राम मंदिर।
विषय-राम मंदिर।
Priya princess panwar
- नयन उसके कटार -
- नयन उसके कटार -
bharat gehlot
हरतालिका तीज
हरतालिका तीज
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
खींचातानी  कर   रहे, सारे  नेता लोग
खींचातानी कर रहे, सारे नेता लोग
Dr Archana Gupta
हम सभी नक्षत्रों को मानते हैं।
हम सभी नक्षत्रों को मानते हैं।
Neeraj Agarwal
यादें तुम्हारी... याद है हमें ..
यादें तुम्हारी... याद है हमें ..
पं अंजू पांडेय अश्रु
Love is some time ❤️
Love is some time ❤️
Otteri Selvakumar
राहें
राहें
Shashi Mahajan
सुनोगे तो बताएंगे (ग़ज़ल)
सुनोगे तो बताएंगे (ग़ज़ल)
Dushyant Kumar Patel
" अगर "
Dr. Kishan tandon kranti
तुम्हारी चाय
तुम्हारी चाय
Dr. Rajeev Jain
..
..
*प्रणय*
ବିଶ୍ୱାସରେ ବିଷ
ବିଶ୍ୱାସରେ ବିଷ
Bidyadhar Mantry
Train to improve not to impress
Train to improve not to impress
पूर्वार्थ
प्रीति
प्रीति
Rambali Mishra
सब तमाशा है ।
सब तमाशा है ।
Neelam Sharma
3564.💐 *पूर्णिका* 💐
3564.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जब आओगे तुम मिलने
जब आओगे तुम मिलने
Shweta Soni
फिर क्यों मुझे🙇🤷 लालसा स्वर्ग की रहे?🙅🧘
फिर क्यों मुझे🙇🤷 लालसा स्वर्ग की रहे?🙅🧘
डॉ० रोहित कौशिक
चोट सीने पे आज खाई है
चोट सीने पे आज खाई है
RAMESH SHARMA
*राम-अयोध्या-सरयू का जल, भारत की पहचान हैं (गीत)*
*राम-अयोध्या-सरयू का जल, भारत की पहचान हैं (गीत)*
Ravi Prakash
ऐसा इतवार तो आने से रहा
ऐसा इतवार तो आने से रहा
अरशद रसूल बदायूंनी
परमेश्वर दूत पैगम्बर💐🙏
परमेश्वर दूत पैगम्बर💐🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
धन तो विष की बेल है, तन मिट्टी का ढेर ।
धन तो विष की बेल है, तन मिट्टी का ढेर ।
sushil sarna
बिरखा
बिरखा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
"बैठे हैं महफ़िल में इसी आस में वो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
आर.एस. 'प्रीतम'
विरोध-रस की काव्य-कृति ‘वक्त के तेवर’ +रमेशराज
विरोध-रस की काव्य-कृति ‘वक्त के तेवर’ +रमेशराज
कवि रमेशराज
Loading...