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14 Nov 2023 · 1 min read

हिन्दी दोहा- मीन-मेख

हिन्दी विषय – मीन- मेख

#राना विविध विचार हो, बात रहे शालीन |
मीन-मेख से मत कभी , नहीं करो तौहीन ||

कोई कहता एकता , रखना भाई जोड़ |
मीन-मेख पर वह करें , #राना रिश्ते तोड़ ||

बनते ज्ञानी है अधिक , अधकुचरे कुछ वीर |
मीन- मेख के फेंकते , #राना हरदम तीर ||

मीन-मेख की आदतें , #राना कभी न पाल |
सदा सृजन में रत रहो , होगा तभी कमाल ||

मीन- मेख नेता करें , भाषण से तकरार |
#राना सब कुछ जानता , यह उनका व्यापार ||

एक दोहा हास्य –

मीन- मेख मेरी करे , धना खोलती राज |
#राना को आते नहीं , कोई ढ़ँग के काज ||
***14-11.2023
✍️ -राजीव नामदेव “राना लिधौरी”,टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

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