Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2023 · 1 min read

#त्वरित_टिप्पणी

#त्वरित_टिप्पणी
■ प्रसंगवश!
अब “मुक्तिबोध उजाले में” पर उनकी “जन्मभूमि अँधेरे में।” अंधेरा उपेक्षा का, अभाव का और चेतना का। यानि विडम्बना बरक़रार। काहे “अमृतकाल” का ढिंढोरा पीटते हो यार…? हर दिन, हर कहीं बार-बार।।
विद्रूप पर प्रहार के साथ अट्टहास करती “चाँद का मुंह टेढ़ा” जैसी तमाम अटपटी कृतियों के रचयिता, अज्ञेय कृत “तार सप्तक” के अग्रणी कवि और हिंदी साहित्य में प्रयोगवाद के जनक महाकवि गजानन माधव “मुक्तिबोध” को जयंती पर नमन!!
■प्रणय प्रभात■
●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)

1 Like · 129 Views

You may also like these posts

आबूधाबी में हिंदू मंदिर
आबूधाबी में हिंदू मंदिर
Ghanshyam Poddar
सफ़ेद चमड़ी और सफेद कुर्ते से
सफ़ेद चमड़ी और सफेद कुर्ते से
Harminder Kaur
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
" दिल गया है हाथ से "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
देखो तो सही
देखो तो सही
Dr. Bharati Varma Bourai
ख़ामोश सा शहर
ख़ामोश सा शहर
हिमांशु Kulshrestha
दिल आइना
दिल आइना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रभु राम नाम का अवलंब
प्रभु राम नाम का अवलंब
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
🙅🙅🙅
🙅🙅🙅
*प्रणय*
लड़ाई में भी परम शांति, निहित है,
लड़ाई में भी परम शांति, निहित है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल _ वफ़ा के बदले , वफ़ा मिलेगी ।
ग़ज़ल _ वफ़ा के बदले , वफ़ा मिलेगी ।
Neelofar Khan
प्रकृति का मातृ दिवस
प्रकृति का मातृ दिवस
Madhu Shah
छंद मुक्त -गीत-अहम
छंद मुक्त -गीत-अहम
Yogmaya Sharma
धनतेरस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
धनतेरस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
Sonam Puneet Dubey
कितना करता जीव यह ,
कितना करता जीव यह ,
sushil sarna
मैं ही राष्ट्रपिता
मैं ही राष्ट्रपिता
Sudhir srivastava
तेरी तस्वीर देखकर
तेरी तस्वीर देखकर
Dr.sima
सुहागन का शव
सुहागन का शव
अनिल "आदर्श"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
16.5.24
16.5.24
sushil yadav
"कुछ लोग"
Dr. Kishan tandon kranti
करते हैं सभी विश्वास मुझपे...
करते हैं सभी विश्वास मुझपे...
Ajit Kumar "Karn"
तुमने मेरा कहा सुना ही नहीं
तुमने मेरा कहा सुना ही नहीं
Dr Archana Gupta
कितना भी कह लूं, कहने को कुछ न कुछ रह ही जाता है
कितना भी कह लूं, कहने को कुछ न कुछ रह ही जाता है
Shikha Mishra
फूल शूल पादप फसल ,
फूल शूल पादप फसल ,
Dr. Sunita Singh
*मैं भी पढ़ने जाऊंँगा*
*मैं भी पढ़ने जाऊंँगा*
Dushyant Kumar
एक महिला जिससे अपनी सारी गुप्त बाते कह देती है वह उसे बेहद प
एक महिला जिससे अपनी सारी गुप्त बाते कह देती है वह उसे बेहद प
Rj Anand Prajapati
नक़ली असली चेहरा
नक़ली असली चेहरा
Dr. Rajeev Jain
3323.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3323.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
Loading...