Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Nov 2023 · 2 min read

आमदनी ₹27 और खर्चा ₹ 29

आमदनी ₹27 और खर्चा ₹ 29

एक गांव में एक आदमी अपनी आमदनी की बात है, सत्ताईस रुपये आमदनी और उन्तीस रुपये खर्च करने वाला एक गरीब व्यक्ति जीवन जी रहा था। उसकी आमदनी के बावजूद उसके पास हमेशा आराम से रहने के लिए पर्याप्त धन नहीं था। उसे अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए एक नई सोच की जरूरत थी।

फिर एक दिन उसे विचार आया कि वह उच्च आमदनी किसी अच्छी पेशेवरी में लगाए। वह सोचा कि यदि वह एक बड़ा बिजनेस शुरू कर दे तो उसकी आमदनी बढ़ जाएगी और उसका खर्च कम होगा।

इसलिए, गरीब आदमी ने अपनी छोटी सी जमीन में सब्ज़ी उगाने का व्यापार शुरू कर दिया। उसने डाली, चावल, आलू, मटर, और भिन्न-भिन्न मेवों की उगाई औषधिक पौधे खरीदी। वह लोगों को अच्छी और स्वादिष्ट सब्जियां बेचने लगा।

व्यापार की बढ़ती हुई मांग के कारण, उसकी आमदनी धीरे-धीरे बढ़ती गई। उसने कुछ शॉप की किराया और अपनी धान्य-मसाले के इंटरेस्ट पर लोन लिया।

वक्त बीतने पर, गरीब व्यक्ति ने और जगह लेने और सहायता लेने की आवश्यकता समझी। इसलिए उसने रसोई के लिए और गाड़ी खरीदी और कुछ लोगों को रखवाल भर्ती कर लिया ताकि वह उच्च मात्रा में सब्जियां प्रदान कर सके।

इस तरह, समय के साथ, गरीब आदमी का व्यापार और बढ़ता गया और उसकी आमदनी भी काफी बढ़ गई। वह अब अपने आमदनी के साथ-साथ नए हस्तक्षेप करने के लिए पूरी तरह समर्पित हो गया है।

इस कथा से हमें यह सिखाने का संकेत मिलता है कि जीवन में सदैव मेहनत और संघर्ष करने के बावजूद, हम खुद को आगे बढ़ाने के लिए नए और सोची समझी तरीके ढूंढ सकते हैं। यह हमें यह भी दिखाता है कि किसी भी क्षेत्र में छोटी शुरुआत बड़ा असर कर सकती है जो हमारे जीवन को सफलता की ओर ले जा सकती है।
कार्तिक नितिन शर्मा

298 Views

You may also like these posts

आध्यात्मिक दृष्टिकोण से मन की शांति के उपाय। मिथक बातें का खण्डन। ~ रविकेश झा
आध्यात्मिक दृष्टिकोण से मन की शांति के उपाय। मिथक बातें का खण्डन। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
परमेश्वर का प्यार
परमेश्वर का प्यार
ओंकार मिश्र
हमारी सच्चाई और
हमारी सच्चाई और
Mamta Rani
बसंती हवा
बसंती हवा
Arvina
Công ty Thợ Sửa Chữa Giỏi chuyên cung cấp dịch vụ sửa chữa,
Công ty Thợ Sửa Chữa Giỏi chuyên cung cấp dịch vụ sửa chữa,
thosuachuagioi
गंगा
गंगा
लक्ष्मी सिंह
3176.*पूर्णिका*
3176.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"मीरा के प्रेम में विरह वेदना ऐसी थी"
Ekta chitrangini
ज़िंदगी  है  गीत  इसको  गुनगुनाना चाहिए
ज़िंदगी है गीत इसको गुनगुनाना चाहिए
Dr Archana Gupta
ठण्ड को भी लग रही है आजकल बहुत ठण्ड,
ठण्ड को भी लग रही है आजकल बहुत ठण्ड,
Slok maurya "umang"
" कल से करेंगे "
Ranjeet kumar patre
पायल
पायल
Kumud Srivastava
(साक्षात्कार) प्रमुख तेवरीकार रमेशराज से प्रसिद्ध ग़ज़लकार मधुर नज़्मी की अनौपचारिक बातचीत
(साक्षात्कार) प्रमुख तेवरीकार रमेशराज से प्रसिद्ध ग़ज़लकार मधुर नज़्मी की अनौपचारिक बातचीत
कवि रमेशराज
सखी
सखी
ललकार भारद्वाज
और क्या कहूँ तुमसे मैं
और क्या कहूँ तुमसे मैं
gurudeenverma198
छप्पय छंद
छप्पय छंद
seema sharma
प्रेम की साधना (एक सच्ची प्रेमकथा पर आधारित)
प्रेम की साधना (एक सच्ची प्रेमकथा पर आधारित)
गुमनाम 'बाबा'
जीवन के उलझे तार न सुलझाता कोई,
जीवन के उलझे तार न सुलझाता कोई,
Priya princess panwar
चाबी घर की हो या दिल की
चाबी घर की हो या दिल की
शेखर सिंह
प्रेम विवाह
प्रेम विवाह
जय लगन कुमार हैप्पी
मां शैलपुत्री देवी
मां शैलपुत्री देवी
Harminder Kaur
*जग से चले गए जो जाने, लोग कहॉं रहते हैं (गीत)*
*जग से चले गए जो जाने, लोग कहॉं रहते हैं (गीत)*
Ravi Prakash
सबसे बड़ा झूठ
सबसे बड़ा झूठ
Sudhir srivastava
" ब्रह्माण्ड की चेतना "
Dr Meenu Poonia
..
..
*प्रणय*
कई महीने साल गुजर जाते आँखों मे नींद नही होती,
कई महीने साल गुजर जाते आँखों मे नींद नही होती,
Shubham Anand Manmeet
लरजते हुए आंसुं
लरजते हुए आंसुं
कार्तिक नितिन शर्मा
जीने नहीं देती दुनिया,
जीने नहीं देती दुनिया,
पूर्वार्थ
हाथ में कलम और मन में ख्याल
हाथ में कलम और मन में ख्याल
Sonu sugandh
'नशा नाश का कारण'
'नशा नाश का कारण'
Godambari Negi
Loading...