Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Oct 2023 · 1 min read

हर पिता को अपनी बेटी को,

हर पिता को अपनी बेटी को,
चांद बनाकर नहीं बल्कि,
सूरज की तरह पालना चाहिए।
क्योंकि हर पति ,पिता की तरह नहीं होता ।
पिता कभी अपनी बेटी को ,
किसी भी कीमत पर ताना।
नहीं मारता लेकिन पति कभी न कभी ,
अहसान जताय ही देता है।

1 Like · 463 Views

You may also like these posts

दीपावली २०२३ की हार्दिक शुभकामनाएं
दीपावली २०२३ की हार्दिक शुभकामनाएं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पढ़ाई
पढ़ाई
Kanchan Alok Malu
ज़िंदगी क्या है ?
ज़िंदगी क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
गउँवों में काँव काँव बा
गउँवों में काँव काँव बा
आकाश महेशपुरी
*वो एक वादा ,जो तूने किया था ,क्या हुआ उसका*
*वो एक वादा ,जो तूने किया था ,क्या हुआ उसका*
sudhir kumar
प्यार हुआ तो कैसे
प्यार हुआ तो कैसे
Mamta Rani
कैलेंडर नया पुराना / मुसाफ़िर बैठा
कैलेंडर नया पुराना / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
धर्म सवैया
धर्म सवैया
Neelam Sharma
अब  रह  ही  क्या गया है आजमाने के लिए
अब रह ही क्या गया है आजमाने के लिए
हरवंश हृदय
रास्ते
रास्ते
Ritu Asooja
ऋतुराज 'बसंत'
ऋतुराज 'बसंत'
Indu Singh
लहर लहर लहराना है
लहर लहर लहराना है
Madhuri mahakash
इजाज़त
इजाज़त
Shweta Soni
गणपति वंदना
गणपति वंदना
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
तन्हा था मैं
तन्हा था मैं
Swami Ganganiya
ग़ज़ल (ये अन्दाज़ अपने निराले रहेंगे)
ग़ज़ल (ये अन्दाज़ अपने निराले रहेंगे)
डॉक्टर रागिनी
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
अगर आपको सरकार के कार्य दिखाई नहीं दे रहे हैं तो हमसे सम्पर्
अगर आपको सरकार के कार्य दिखाई नहीं दे रहे हैं तो हमसे सम्पर्
Anand Kumar
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
आनंद प्रवीण
" तूफान "
Dr. Kishan tandon kranti
🙅आजकल🙅
🙅आजकल🙅
*प्रणय*
'समय का सदुपयोग'
'समय का सदुपयोग'
Godambari Negi
कातिल है अंधेरा
कातिल है अंधेरा
Kshma Urmila
नयन
नयन
Deepesh Dwivedi
हो गया कोई फलसफा
हो गया कोई फलसफा
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
23/25.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/25.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पानी पानी सींचे, सींचे अंतस की छाल ,
पानी पानी सींचे, सींचे अंतस की छाल ,
पं अंजू पांडेय अश्रु
मैं तुझसे मिलने का, कोई बहाना ढूढ लेता हूँ ...
मैं तुझसे मिलने का, कोई बहाना ढूढ लेता हूँ ...
sushil yadav
सोशल मीडिया और रिश्ते
सोशल मीडिया और रिश्ते
पूर्वार्थ
सजल
सजल
Rashmi Sanjay
Loading...